Apr १५, २०२४ १७:०३ Asia/Kolkata
  • अमरीकी कांग्रेस की बैठक में जापानी प्रधानामंत्री फुमिओ किशिदा
    अमरीकी कांग्रेस की बैठक में जापानी प्रधानामंत्री फुमिओ किशिदा

जापान ने ईरान के प्रतिरक्षा के अधिकार के प्रयोग की निंदा की है।

पार्सटुडे-जापान की विदेशमंत्री ने अमरीका की हां में हां मिलाते हुए सीरिया में ईरान के दूतावस की इमारत पर ज़ायोनी शासन के हमले की निंदा करने के बजाए इस्राईल की ओर से प्रतिरक्षा के अधिकार के प्रयोग की निंदा की है।

यहां पर हम जापान के व्यवहार की चार बातों का उल्लेख करेंगे जिनपर सोशल मीडिया पर बहुत प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।  यह व्यवहार जापान सरकार के भय और दुर्भाग्य से उसके सच्चे न होने को दर्शाता है।  एसी चीज़ें जो जापान जैसे महान राष्ट्र के लिए उचित नहीं है जो एक बड़े भय और जापान जैसे महान राष्ट्र के लिए ज़ायोनी शासन जैसे बच्चों के हत्यारे शासन और अमरीका जैसे वर्चस्ववाद का साथ देने के अर्थ में है।

1-सीरिया में ईरान के दूतावास पर बच्चों के हत्यारे शासन के हमले की निंदा न करना!

जापान की विदेशमंत्री इस बात के लिए राज़ी नहीं हुईं कि वे सीरिया में पहली अप्रैल 2024 को इस्लामी गणतंत्र ईरान के दूतावास की इमारत पर ज़ायोनी हमले की निंदा करें हालांकि इस हमले में वहां के कई कर्मचारी शहीद हो गए थे।  जापानी विदेशमंत्री का यह विचित्र व्यवहार ऐसे में सामने आया है कि जब राष्ट्रसंघ के चार्टर के टेकस्ट से अलग हटते हुए जो, इस प्रकार के काम की निंदा करता है, उसके अधिकतर सदस्यों ने इस्राईल की इस कार्यवाही की निंदा की।  केवल दक्षिणी अफ्रीका और औपनिवेशिक इतिहास रखने वाले दशों अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस ने ही इसकी भर्त्सना नहीं की।

2-ईरान के क़ानूनी जवाब की भर्त्सना!

ऐसे में कि जब ईरान ने इस्राईली हमले पर जवाबी कार्यवाही करने के लिए 51वें अनुच्छेद के आधार पर आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग किया, जापानी विदेशमंत्री ने इस्राईल पर ईरान की जवाबी कार्यवाही की कड़ी निंदा की।  राष्ट्रसंघ के चारटर के 51वें अनुच्छेद के अनुसार संयुक्त राष्ट्रसंघ के किसी सदस्य के विरुद्ध सशस्त्र कार्यवाही की स्थति में जबतक सुरक्षा परिषद अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर शांति एवं सुरक्षा के लिए आवश्यक क़दम नहीं उठाती उस समय तक इस घोषणापत्र का कोई भी अनुच्छेद, व्यक्तिगत या संगठित प्रतिरक्षा के रास्ते की रुकावट नहीं बन सकता।

बाईं ओर जापानी विदेशमंत्री योको कामीकावा टोक्यो में जापान के राष्ट्रीय आहार भवन में 20 अक्तूबर 2023 को प्रधानमंत्री फूकियो किशिशाद के साथ वार्ता में व्यस्त

3-परमाणु बम से हुई जापानियों की मौतों को अपमानित करने वाले अमरीकी विधेयक की आपत्ति में विफलता!

जापान की विदेशमंत्री यूको कामीकावा ने पिछले सप्ताह एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि अब इस बात की ज़रूरत नहीं है कि टोकियो, अमरीकी सीनेटर टिम वालबर्ग की निंदा की जाए। अमरीकी प्रतिनिधिसभा के रिपब्लिकन सदस्य टिम वालबर्ग ने हिरोशिमा और नागासाकी पर अमरीका के परमाणु हमले की ओर संकेत करते हुए ग़ज़्ज़ा में परमाणु हमले की बात कही है।  उनका कहना था कि हमला, नागासाकी और हिरोशिमा जैसा होना चाहिए।  उनको जल्दी ख़त्म करो।

4-हज़ारों जापानियों के हत्याचारों का सम्मान!

अमरीका की यात्रा के दौरान जापान के प्रधानमंत्री फोकियो किशिदा, अमरीकी सैनिकों को श्रदांजलि देने गए थे।  यह वही सैनिक थे जिन्होंने जापान के 2 लख 20000 लोगों को परमाणु हथियारों से ठिकाने लगा दिया था।  रोचक बात तो यह है कि उन्होंने यह काम करने के बाद प्रसन्नता व्यक्त की और  अमरीका के साथ जापान के संबन्धों को उत्कृष्ट बताया।  अमरीकी प्रतिनिधियों द्वारा प्रोत्साहित किये जाने के बाद किशिदा ने बताया कि अमरीका में पलना-बढ़ता उनको अच्छा लगा।  उन्होंने बताया कि मैंने न्यूयार्क में आरंभ के तीन साल गुज़ारे और मेरे पिता अमरीकी सरकार के कर्मचारी थे।

अंत में यह कहना चाहिए कि अमरीका और पश्चिम के हिसाब से मीडिया में जो चीज़ प्रचारित होती है उसमें जापान की सरकार पर राजनीतिक और मनोवैज्ञानिक वर्चस्व निहित होता है ताकि उसपर एतिहासिक तत्थयों और अन्तर्राष्ट्रीय नियमों के विरुद्ध आचरण को थोपा जा सके।

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