रूस के ख़िलाफ़ नाटो का साथ देने में जर्मनी ने असमंजस का एलान किया
पार्सटुडे- जर्मन चांसलर ने अपने देश के नागरिकों को विश्वास दिलाया है कि बर्लिन यूक्रेन संकट से संबंधित किसी ख़तरनाक षडयंत्र व योजना में भाग नहीं लेगा।
रूस की सीमा पर नाटो की उत्तेजक व भड़काऊ कार्यवाही के बाद 24 फ़रवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन में सैनिक कार्यवाही आरंभ कर दी और पश्चिमी देशों ने रूस-यूक्रेन के मध्य लड़ाई को कम करने या रुकवाने के लिए न केवल कोई कार्यवाही नहीं की बल्कि उन्होंने हथियारों और सैनिक उपकरणों को भेजकर आग में घी डालने का काम किया और रूस पर दबाव डालने के लिए उसके ख़िलाफ़ कई प्रतिबंध भी लगाये।
पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार जर्मन चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ ने एक प्रेस काफ्रेंस में कहा कि यूक्रेन अपनी रक्षा कर सकता है।
जर्मन चांसलर ने कहा कि जर्मनी सरकार की नीतियों का आधार यथावत बुद्धि रहेगा और हम दावं पेंच के चक्कर में नहीं हैं बल्कि हम यूरोप में शीघ्र शांति बहाली और एकजुटता के इच्छुक हैं।
उल्लेखनीय है कि जर्मनी की सरकार दूसरे पश्चिमी देशों के साथ यूक्रेन के लिए हथियारों की आपूर्तिकर्ता रही है और अभी पिछले मई महीने के अंत में उसने भी कीव को अनुमति दे दी है कि वह जर्मनी के हथियारों से रूस के अंदर लक्ष्यों को निशाना बना सकती है और इस संबंध में बहुत बहसें हो रही हैं कि यूक्रेन के घटक देशों के इस क़दम के संभावित क्या परिणाम हो सकते हैं। MM
कीवर्ड्सः रूस और यूक्रेन जंग, पश्चिम द्वारा यूक्रेन का समर्थन, यूक्रेन को हथियारों का निर्यात, यूक्रेन को जर्मनी की मदद
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