रूस के चार महीने और यूक्रेन के चार दिन, इस गति ने सभी को हैरत में डाल दिया
(last modified Tue, 13 Sep 2022 03:54:16 GMT )
Sep १३, २०२२ ०९:२४ Asia/Kolkata
  • रूस के चार महीने और यूक्रेन के चार दिन, इस गति ने सभी को हैरत में डाल दिया

कम से कम फ़िलहाल यूक्रेन ने युद्ध का रुख़ मोड़ने में सफलता हासिल कर ली है, लेकिन आगे क्या होगा, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।

पूर्वी ख़ार्किव इलाक़े में यूक्रेनी सेना की जवाबी कार्यवाही ने सैन्य विशेषज्ञों को हैरान कर दिया है। यूक्रेन की सेना ने 3 दर्जन शहरों और गांवों को रूसी सेना के निंयत्रण से आज़ाद कर लिया है और उसे किसी ख़ास प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा, क्योंकि रूसी सैनिक पूरब की ओर पीछे हट गए हैं।

जर्मन यूनिवर्सिटी ऑफ़ ब्रेमेन में रूसी मामलों के विशेषज्ञ निकोले मितरोख़िन का कहना हैः चार दिनों में यूक्रेन ने रूस की चार महीनों की प्रगति पर पानी फेर दिया और रूसी आर्मी को भारी नुक़सान पहुंचाया है।

लेकिन कुछ इलाक़ों पर फिर से निंयत्रण और यूक्रेन की जवाबी कार्यवाही की गति से कुछ सवाल भी उठ रहे हैं।

रूसी सैनिकों ने इस क्षेत्र में हथियार या सैन्य वाहन नहीं छोड़े हैं और ऐसा नहीं लगता है कि भीषण लड़ाई के बाद परास्त होकर वे पीछे हटे हों।

केवल एक संकरी सड़क कुपियांस्क और इज़ियम के क़ब्जे वाले शहरों को रूसी सीमा से जोड़ती है। लेकिन यह सड़क बंद नहीं हुई और रूसी सेना ने पीछे हटने के लिए घंटे नहीं, बल्कि कई दिन लिए।

इसलिए ऐसा अनुमान है कि इस क्षेत्र से पीछे हटने का फ़ैसला क्रेमलिन में लिया गया, ताकि रूसी सेना अलगाववादियों के निंयत्रण वाले इलाक़ों पर ज़्यादा ध्यान केन्द्रित कर सके। इसलिए इस क़दम को यूक्रेन की जीत से ज़्यादा रूस की युद्ध रणनीति के तौर पर देखा जाना चाहिए। msm

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