पश्चिम के साथ रूसी अधिकारियों की लफ़्ज़ी जंग: वे रूस की रणनीतिक हार के लिए तीसरा विश्व युद्ध शुरू करना चाहते हैं
पार्सटुडे- एक वरिष्ठ रूसी सांसद ने कहा कि यूक्रेन संकट के संबंध में दुनिया के देशों की भाषाएं और काम अलग-अलग हैं। उनका कहना था कि: पश्चिम पागल हो गया है।
मंगलवार को रूस की संसद ड्यूमा की अंतर्राष्ट्रीय समिति के प्रमुख लियोनिद स्लटस्की ने रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन को पश्चिमी देशों के समर्थन की कड़ी आलोचना की।
पार्सटुडे के अनुसार, स्लटस्की ने ज़ोर दिया: ज़ेलेंस्की शासन के पश्चिमी समर्थक कीव को रेड लाइनों को पार करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, और मॉस्को में आवासीय क्षेत्रों पर ताज़ा हमले इस बात का सबूत हैं।
रूसी संसद ड्यूमा की अंतर्राष्ट्रीय समिति के प्रमुख की घोषणा के अनुसार, मास्को उन पक्षों को जवाबदेह ठहराएगा जो यूक्रेन की सैन्य सरकार को हथियार देते हैं और उसका समर्थन करते हैं।
इस रूसी अधिकारी ने कहा: पश्चिम अपना आधिपत्य बनाए रखने और रूस को "रणनीतिक हार" देने के अपने अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयास में तीसरा विश्व युद्ध शुरू करने के लिए तैयार है।
रूसी ड्यूमा की अंतर्राष्ट्रीय समिति के प्रमुख ने कहा: मैं पश्चिम के दोहरे मानकों की खोखली प्रवृत्ति को उजागर करना चाहता हूं।
इस मुद्दे की जांच पड़ताल करते समय कि क्या यूक्रेनी फांसीवादियों को अमेरिकी हथियारों के साथ रूस में नागरिकों को मारने की अनुमति दी जानी चाहिए, अमेरिकी विदेश मंत्री ने एक निराधार दावे के साथ ईरान के ख़िलाफ़ नए प्रतिबंधों का एलान कर दिया।
क्या उन्हें लगता है कि वे दूसरों पर प्रतिबंध लगाकर अपना अनुसरण करने पर उन्हें मजबूर कर सकते हैं?
ब्रिटिश विदेशमंत्री के साथ अपनी हालिया बैठक में अमेरिकी विदेशमंत्री एंटनी ब्लैंकिन ने ईरान पर रूस को बैलिस्टिक मिसाइलें भेजने का आरोप लगाया था। ब्लैंकिन के दावे के अनुसार, अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों द्वारा ईरान और रूस के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री का यह बेबुनियाद आरोप ऐसी हालत में सामने आया है कि जब इससे पहले वाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन केरेबी और सीआईए प्रमुख विलियम बर्न्स ने ईरान से रूस में बैलिस्टिक मिसाइल भेजने के अमेरिकी मीडिया के दावे की पुष्टि नहीं की थी।
इस संबंध में, ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने रूस में ईरानी बैलिस्टिक मिसाइलें भेजने के दावे के बारे में पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा: यूक्रेन संकट के संबंध में इस्लामी गणतंत्र ईरान का सैद्धांतिक और घोषित दृष्टिकोण, अटल और पक्का है जिसमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है और रूस के लिए बैलिस्टिक मिसाइलें भेजने का दावा कुछ पश्चिमी देशों के राजनीतिक लक्ष्यों और प्रेरणाओं पर आधारित है जो पूरी तरह से निराधार है।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यूक्रेन संकट की शुरुआत और इसके जारी रहने के बाद से तेहरान कभी भी इस सैन्य संघर्ष का हिस्सा नहीं रहा है। उनका कहना था कि इस्लामी गणतंत्र ईरान ने हमेशा एक राजनीतिक समाधान और द्विपक्षीय हल की मांग की है और यूक्रेन संकट और संघर्ष को ख़त्म करने के लिए बातचीत का समर्थन किया है
कीवर्ड्ज़: यूक्रेन युद्ध, रूस और यूक्रेन, रूसी ड्यूमा की अंतर्राष्ट्रीय समिति, अमेरिका और यूक्रेन, अमेरिका और रूस (AK)
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