राष्ट्र संघ ने बहरैन में सरकार विरोधियों के दमन पर चिंता जताई
राष्ट्र संघ के महासचिव ने बहरैन में सरकार विरोधियों के दमन पर चिंता जताई है।
फ़्रान्स प्रेस के अनुसार बान की मून ने गुरुवार को एक बयान जारी करके बहरैन सरकार द्वारा अपने विरोधियों के ख़िलाफ़ उठाए गए क़दमों पर गहरी चिंता प्रकट की है। उन्होंने इस बयान में कहा है कि बहरैन सरकार के अधिकारियों की कार्यवाहियां, जो राजनैतिक विरोधियों को सीमित करने के उद्देश्य से की जा रही हैं, चिंताजनक हैं। राष्ट्र संघ के महासचिव ने कहा है कि बहरै में विरोधियों के दमन यहां तक कि उनकी और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की नागरिकता छीने जाने के समाचारों ने उन्हें चिंतित कर रखा है।
इस बीच बहरैन के एक न्यायालय ने गुरुवार को भी इस देश के 8 लोगों को 15 साल जेल की सज़ा सुनाते हुए उनकी बहरैन की नागरिकता समाप्त कर दी है। इसी सप्ताह आले ख़लीफ़ा सरकार ने देश के सबसे बड़े राजनैतिक दल अलवेफ़ाक़ की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही दो अन्य दलों को भंग कर दिया है। पिछले सप्ताह ही बहरैन के मानवाधिकार केंद्र के प्रमुख नबील रजब को कई महीने तक जेल में रहने के बाद रिहा किया गया लेकिन पुनः गिरफ़्तार कर लिया गया। इससे पहले बहरैन के एक न्यायालय ने अलवेफ़ाक़ पार्टी के प्रमुख शैख़ अली सलमान की सज़ा में पांच साल की वृद्धि करते हुए उसे 9 साल कर दिया था। (HN)