इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के श्रद्धालुओं पर हमले की निंदा
अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति ने काबुल में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के श्रद्धालुओं पर किए गए हमले की कड़ी निंदा की है।
मुहम्मद अशरफ़ ग़नी ने एक संदेश जारी करके एक पवित्र स्थान में पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों के प्रेमियों पर किए गए हमले को जघन्य और अमानवीय बताया है और सुन्नी व शिया धर्मगुरुओं से अपील की है कि वे दुश्मनों की फूट डालने की साज़िशों की ओर से सचेत रहें। अफ़ग़ान राष्ट्रपति के संदेश में कहा गया है कि सरकार आशूरा के दिन निकाले जाने वाले जुलूसों और लोगों की रक्षा के लिए अपना हर संभव प्रयास करेगी।
ज्ञात रहे कि मंगलवार की रात काबुल में सख़ी नामक तीर्थ स्थल पर इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का शोक मनाने वालों पर आतंकियों के हमले में महिलाओं व बच्चों सहित 14 श्रद्धालु शहीद और 45 घायल हो गए थे। अभी तक किसी गुट ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इससे पहले तकफ़ीरी आतंकी गुट दाइश ने इमाम हुसैन के श्रद्धालुओं को धमकियां दी थीं। इस बीच तालेबान ने एक बयान जारी करके इस हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकार करने से इन्कार कर दिया है। तालेबान ने अपने बयान में कहा है कि सख़ी मज़ार पर हमले का उससे कोई लेना-देना नहीं है। (HN)