आसिफ़ अली ज़रदादी ने की नवाज़ शरीफ़ की गिरफ़्तारी की मांग
(last modified Sun, 22 Oct 2017 10:50:52 GMT )
Oct २२, २०१७ १६:२० Asia/Kolkata
  • आसिफ़ अली ज़रदादी ने की नवाज़ शरीफ़ की गिरफ़्तारी की मांग

आसिफ़ अली ज़रदादी ने मांग की है कि नवाज़ शरीफ़ को तत्काल गिरफ़्तार किया जाए।

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ़ अली ज़रदारी का कहना है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री मियां मुहम्मद नवाज़ शरीफ़ को तत्काल गिरफ़्तार किया जाए क्योंकि स्वयं को भ्रष्टाचार से बचाने के लिए उन्होंने संसद और न्यायालय में झूठ बोला है।  उन्होंने कहा कि न केवल नवाज़ शरीफ़ को बल्कि उनके पूरे परिवार को गिरफ़्तार किया जाए क्योंकि वे सब भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए हैं।  ज़रदारी ने कहा कि देश की जनता के लिए नवाज़ शरीफ़ के परिवार का भ्रष्टाचार सिद्ध हो चुका है।  पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार पनामा लीक्स में नाम आ जाने के कारण नवाज़ शरीफ़ से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पद छीन लिया गया था।  हालांकि न्यायालय ने भ्रष्टाचार के संबन्ध में नवाज़ शरीफ़ को आरोपी ठहराया है।  यही कारण है कि पाकिस्तान में विपक्षी दल इस बात से चिंतित है कि नवाज़ शरीफ़ को कहीं मुस्लिम नवाज़ धड़े वाले दल का प्रमुख न चुन लिया जाए जो बाद में पुनः सत्ता में वापस आ जाएं।  इसी बात के दृष्टिगत विपक्षी दलों की न्यायालय से मांग है कि भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोपी पाए जाने के कारण लंदन से स्वदेश वापसी पर नवाज़ शरीफ़ को तत्काल गिरफ़्तार किया जाए।

टीकाकारों का कहना है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ज़रदारी, नवाज़ शरीफ़ की गिरफ़्तारी की मांग करके दो लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं।  पहला लक्ष्य यह है कि आगामी 2018 के चुनाव में मुस्लिम लीग और स्वयं नवाज़ शरीफ़ का प्रभाव कम हो और दूसरे यह कि वे अपनी पार्टी के पुनः प्रमुख न बन सकें।  हालांकि इंसाफ पार्टी के प्रमुख भी नवाज़ शरीफ़ की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे हैं कि ज़रदादी की ओर से की जाने वाली यह मांग थोड़ी अलग है।इसका मुख्य कारण यह है कि पाकिस्तान की भूतपूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के काल में सन 2006 में पाकिस्तान पीपल्स पार्टी और मुस्लिम लीग नवाज़ गुट के बीच हुए समझौते के आधार पर ही आसिफ़ अली ज़रदारी ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति पद का 5 वर्षीय अपना कार्यकाल पूरा किया था।