वार्ता की पेशकश कमज़ोरी का चिन्ह नहीः अशरफ़ ग़नी
अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी ने कहा है कि तालेबान के साथ वार्ता की पेशकश काबुल सरकार की कमज़ोरी का चिन्ह नहीं है।
काबुल में विदेशी पत्रकारों से बात करते हुए अशरफ़ ग़नी का कहना था कि तालेबान को वार्ता की पेशकश का उद्देश्य, देश में जारी झड़पों औ युद्ध को समाप्त करना है।
अफ़ग़ान राष्ट्रपति ने कहा कि अफ़ग़ान जनता वर्षों से युद्ध और अशांति का शिकार है और काबुल सरकार को आशा है कि इसका शांति प्रस्ताव परिणामदायक सिद्ध होगा।
अशरफ़ ग़नी का कहना था कि वार्ता की पेशकश काबुल सरकार की कमज़ोरी नहीं है बल्कि तालेबान ने अफ़ग़ानिस्तान में अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में वृद्धि के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लेगा दिया किन्तु एक इंच भी वृद्धि नहीं कर सके।
ज्ञात रहे कि अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी ने पिछले सप्ताह काबुल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान तालेबान को वार्ता और राष्ट्रीय धारे में शामिल होने की पेशकश की थी।
तालेबान ने अफ़ग़ान सरकार के प्रस्ताव को रद्द करते हुए इसे अपने विरुद्ध चाल बताया है।
अफ़ग़ानिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी सेना और तालेबान के भी कभी कभी झड़पे होती रहती हैं। (ak)