ट्रंप को घटक नहीं बल्कि कठपुतली चाहियेः गेरहार्ड
समाचार पत्र डेली मेल ने सात जुलाई को लिखा कि किम डारेक ने अपनी गुप्त रिपोर्ट में ट्रंप पर प्रश्न चिन्ह लगाया है और लंदन को चेतावनी दी है और कहा है कि व्हाइट हाउस की छवि अभूतपूर्व ढंग से ख़राब हो गयी है और ट्रंप का शासन काल अपमान के साथ समाप्त हो सकता है।
जब से डोनल्ड ट्रंप अमेरिका का राष्ट्रपति बने हैं और उन्होंने जो नीतियां अपनाई हैं और कार्य किये हैं वे अमेरिका के यूरोपीय घटकों की नाराज़गी का भी कारण बने हैं। ट्रंप ने बहुत से मामलों में यूरोप के दृष्टिकोणों के खिलाफ अमल किया है।
अब यह बात भी खुलकर सामने आ गयी है कि ब्रितानी अधिकारी भी ट्रंप के प्रति बहुत नकारात्मक विचार रखते हैं। रोचक बात यह है कि ब्रिटेन को अमेरिका का स्ट्रैटेजिक घटक समझा जाता है।
अमेरिका में ब्रिटेन के राजदूत किम डारेक ने अपने देश के प्रधानमंत्री कार्यालय में एक गुप्त रिपोर्ट भेजी है जिसमें उन्होंने ड्रंप को ग़ैर ज़िम्मेदार और अतार्किक व्यक्ति की संज्ञा दी है और कहा है कि वह राष्ट्रपति पद के योग्य नहीं हैं।
समाचार पत्र डेली मेल ने सात जुलाई को लिखा कि किम डारेक ने अपनी गुप्त रिपोर्ट में ट्रंप पर प्रश्न चिन्ह लगाया है और लंदन को चेतावनी दी है और कहा है कि व्हाइट हाउस की छवि अभूतपूर्व ढंग से ख़राब हो गयी है और ट्रंप का शासन काल अपमान के साथ समाप्त हो सकता है।
अमेरिका में ब्रिटेन के राजदूत ने ट्रंप के बारे में जो बातें बयान की हैं उसमें उन्होंने कई बातों की ओर संकेत किया है।
जैसे ट्रंप का रूस का ऋणी होना, व्यापारिक युद्ध करने के लिए ट्रंप द्वारा प्रयास किया जाना, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार के कानूनों व ढांचे में परिवर्तन के लिए ट्रंप का प्रयास किया जाना और ईरान पर हमला करने में ट्रंप का चिंतित होना शामिल है।
अमेरिका में ब्रिटेन के राजदूत ने ट्रंप के बारे में जो समीक्षा की है वह इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ से निकलने की समस्या से जूझ रहा है और उसे अमेरिकी समर्थन और उसकी सहायता की बहुत अधिक आशा है विशेषकर ट्रंप के शासनकाल में जबकि अमेरिका में ब्रिटेन के राजदूत ने ट्रंप के बारे में जो समीक्षा की है और उनकी गोपनीय रिपोर्ट के लीक हो जाने से दोनों देशों के संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
बहरहाल यूरोपीय देश ट्रंप के बारे में अच्छा विचार नहीं रखते हैं और पूर्व जर्मन चांसलर गेरहार्ड श्योडर के उस बयान को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा सकता है जिसमें उन्होंने ट्रंप की ओर संकेत करते हुए कहा है कि ट्रंप अपने दोस्तों और घटकों से यह चाहते हैं कि वे क्या करें और क्या न करें इसका अर्थ यह है कि ट्रंप को घटक नहीं चाहिये बल्कि वह कठपुतली चाहते हैं। MM