बाइडेन ने जीत के बाद विश्व के किन नेताओं से की बात? बाइडेन ने क्यों कहा 'लौट आया अमेरिका'
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने यूरोपीय सहयोगियों के साथ बातचीत की है, जिनमें जर्मन चांसलर एंगेला मैर्केल भी हैं। यूरोप के कई नेताओं ने उम्मीद जताई है कि बाइडेन के शासन के दौरान आपसी रिश्तों में सुधार आएगा है।
ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल माक्रां और जर्मन चांसलर एंगेला मैर्केल ने जो बाइडेन और कमला हैरिस को अमेरिकी चुनाव में जीत पर बधाई दी है। जर्मन चांसलर के कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि मैर्केल ने बाइडेन और कमला हैरिस को जीत पर फोन कर बधाई दी है। मैर्केल के प्रवक्ता स्टेफन साइबर्ट ने बताया कि दोनों नेताओं ने ट्रांसएटलांटिक साझेदारी के महत्व के बारे में बात की। साइबर्ट ने कहा फोन कॉल में मैर्केल ने, "एक क़रीबी और भरोसेमंद सहयोग की इच्छा व्यक्त की।" उन्होंने आगे बताया, " जर्मन चांसलर और अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति ने वैश्विक चुनौतियों को देखते हुए यह माना कि ट्रांसएटलांटिक सहयोग का बहुत महत्व है।"
वैश्विक नेताओं से बातचीत के बाद बाइडेन ने अपने गृह राज्य डेलावेयर में पत्रकारों से कहा, "मैं उन्हें बता रहा हूं कि अमेरिका वापस आ गया है। हम खेल में वापस लौट रहे हैं।" मैर्केल ने सोमवार को ही बाइडेन को दिए शुभकामना संदेश में कहा था कि वह बाइडेन के साथ क़रीबी सहयोग करेंगी। बाइडेन को दिए शुभकामना संदेश में मैर्केल का स्वर वर्ष 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति बनने पर ट्रम्प को दिए गए बधाई संदेश से बिल्कुल अलग था। तब उन्होंने ट्रम्प से लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करने की बात कही थी। कई यूरोपीय नेताओं ने भी इसी तरह की आशा व्यक्त की है कि ट्रम्प शासन के दौरान जिस तरह के संबंध थे उसे दुरुस्त किया जा सकता है। ट्रम्प के चार साल के शासन के दौरान यूरोप और जर्मनी के साथ अमेरिका के रिश्तों में काफ़ी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। पारंपरिक सहयोगी माने जाने वाले इन देशों ट्म्प की नीतियों के कारण हमेशा तनाव की स्थिति बनी रही।
वहीं बाइडेन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रां और ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन से भी मंगलवार को बात की। हालांकि बाइडेन और जॉनसन के बीच रिश्तों को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं क्योंकि जॉनसन के रिश्ते ट्रम्प के साथ घनिष्ट हैं। हालांकि जॉनसन वैश्विक नेताओं में से सबसे पहले थे जिन्होंने बाइडेन को चुनाव में जीत पर बधाई दी थी। माक्रां के कार्यालय के मुताबिक फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा जलवायु, स्वास्थ्य और आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में सहयोग के लिए तैयार है। माक्रां ने कहा, "हमारे लिए साथ मिलकर काम करने के लिए कई प्राथमिकताएं हैं-जिनमें जलवायु, वैश्विक स्वास्थ्य, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रभावी बहुपक्षीय कार्रवाई को बढ़ावा देना शामिल हैं।"
उल्लखनीय है कि अमेरिका के पेरिस समझौते से बाहर होने के फ़ैसले को कई यूरोपीय नेताओं ने झटके के तौर पर लिया था और यही नहीं ट्रम्प ने ईयू के कई उत्पादों पर कर भी लगाया था। इस बीच अमेरिका के अटॉर्नी जनरल विलियम बार ने राष्ट्रपति चुनाव से पहले मतदान में अनियमितताओं के आरोपों के मामले में जांच की मंज़ूरी दे दी है। ट्रम्प लगातार चुनाव में धोखाधड़ी होने का दावा कर रहे हैं हालांकि उन्होंने इसके लिए कोई सबूत नहीं पेश किए। (RZ)
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