ईरान के तालाब-14
पश्चिमी आज़रबाइजान प्रांत ईरान के उत्तर पश्चिम में स्थित है।
पश्चिमी आज़रबाइजान प्रांत की राजधानी ऐतिहासिक शहर उरूमिए है। यह प्रांत उत्तर और उत्तर पूर्व में आज़रबाइजान गणराज्य और आर्मेनिया देशों और पश्चिम में तुर्की और इराक़ की सीमाओं से लगा हुआ है। यह पर्वतीय इलाक़ा है और यहां अनेक पहाड़ियां और टीले हैं। इस इलाक़े की जलवायु संबंधी के परिवर्तन में पहाड़ काफ़ी अहम भूमिका निभाते हैं। पश्चिमी आज़रबाइजान प्रांत की जलवायु परिस्थितियों के कारण, यहां जंगल, नदियां, नहरें और प्राकृतिक सुन्दर दृश्य पाए जाते हैं।

पश्चिमी आज़रबाइजान प्रांत में स्थित तालाब, यहां के प्राकृतिक सौन्दर्यों में से हैं। पश्चिमी आज़रबाइजान प्रांत के उत्तरी और दक्षिणी इलाक़ों में 30 स्थायी व अस्थायी तालाब मौजूद हैं, जो उत्तर में माकू शहर से दक्षिण में मियानदोआब क़स्बे तक फैले हुए हैं। 6 अंतरराष्ट्रीय तालाबों के कारण, यह प्रांत पर्यावरणवियों के ध्यान का केन्द्र बन गया है। इन तालाबों में से हर एक, परिंदों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। इन तालाबों के कारण, यहां का मौसम बहुत सुहाना रहता है और यह भोजन का भी अच्छा स्रोत माने जाते हैं।
क़ूपी बाबा अली अंतरराष्ट्रीय तालाब, पश्चिमी आज़रबाइजान प्रांत के उन तालाबों में से एक है, जो इस प्रांत के दक्षिण में महाबाद शहर के निकट स्थित हैं। इस तालाब का नाम निकट स्थित एक गांव पर पड़ा है। यह तालाब, प्राकृतिक विशेषताओं के कारण, परिंदों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। यह रामसर अंतरराष्ट्रीय संधि की सूचि में भी शामिल है। क़ूपी बाबा अली तालाब का पानी वाला क्षेत्र 500 हेक्टेयर है, जबकि इकोलॉजी क्षेत्र 1200 हेक्टेयर है। तालाब का पानी खारा है। ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यह परिंदों के लिए एक सुरक्षित क्षेत्र है, जिसके कारण हज़ारों परिंदे यहां पहुंचते हैं।

आज इकोलॉजिकल, आर्थिक और सामाजिक महत्व के कारण, तालाबों का मानव जीवन में विशेष स्थान है। कहा जाता है कि पिछले 100 वर्षों के दौरान, दुनिया के दो तिहाई तालाब विलुप्त हो चुके हैं। मौसम में परिवर्तन, पानी की आपूर्ति में कमी, बुनियादी ढांचे में विस्तार और निर्माण कार्यों और इनमें बायोलॉजिकल एवं रासायनिक कचरा व गंदगी गिरने के कारण, यह तालाब ख़तरे की कगार पर हैं। ईरान भौगोलिक दृष्टि से अर्थ सूखे और सूखे इलाक़े में स्थित है। ईरान में बारिश का औसत 250 मिलीमीटर है, जो वैश्विक औसत से कम है। यह देश के पर्यावरण और नीति को प्रभावित करता है।
क़ूपी बाबा अली तालाब, उन तालाबों में से है, जिनमें नदी का पानी नहीं गिरता है। उसके पानी का स्रोत, तालाब के आसपास के सोते हैं। इस तालाब को सूखने से बचाने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय किए गए हैं। उदाहरण स्वरूप, श्रेष्ठ प्रबंधन, तालाब के किनारों पर चार दीवारी का निर्माण औऱ उचित अवसर पर पानी की आपूर्ति।
तालाबों की एक समस्या, इंसानों का उनके निकट रहना है, इससे वहां के इकोसिस्टम को भी ख़तरा होता है। इंसानों द्वारा तालाबों के आसपास के इलाक़ों में जानवरों का अत्यधिक चराना, तालाबों के बीच से सड़कों का निर्माण, जानवरों का अंधाधुंध शिकार, पानी में पैदा होने वाली घास और वनस्पतियों का काटना और तालाबों के आसपास आबादी का बढ़ना, वनसप्तियों एवं जानवरों की प्रजातियों के विलुप्त होने का कारण हो सकते हैं। इस संदर्भ में प्रयास किया जाता है कि तालाबों से लाभ उठाने के लिए सही प्रबंधन किया जाए और इकोसिस्टम को सुरक्षित बनाया जाए। तालाबों की सुरक्षा की योजना में स्थानीय लोगों की और पर्यावरण संगठनों की भागीदारी महत्वपूर्ण है।
क़ूपी अली बाबा तालाब, पश्चिमी आज़रबाइजान प्रांत में परिंदों का मुख्य निवास स्थान है। हज़ारों जलीय परिंदे, पानी के किनारे रहने वाले परिंदे और स्थानीय परिंदे इस तालाब में बसेरा करते हैं। बत्तख़ की नस्ल के विभिन्न प्रकार के परिंदे, जैसे कि हरी बत्तख़, सफ़ैद सिर वाली बत्तख़, विभिन्न प्रकार के हंस, जैसे कि भूरे हंस और सफ़ैद माथे वाले हंस, फ़्लैमिंगो, हीथ कोक, प्लोवर, कूट और जल मुर्ग़ाबियां क़ूपी बाबा अली तालाब में और उसके आसपास देखी जा सकती हैं।
डेमोज़ेल क्रेन अर्था कुरजां उन प्रवासी परिंदों में से है जो क़ूबी बाबा अली तालाब में आते हैं। यह उन परिंदों में से है जो कम पाए जाते हैं और जिसकी सुरक्षा के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, उसकी जाति को बचाने और उसके विस्तार के लिए उसके शिकार पर प्रतिबंध है। डेमोज़ेल क्रेन का निवास स्थल, पानी वाला इलाक़ा, पेड़ पौधों वाला इलाक़ा, खेत और झीलों का तट होता है।
यह परिंदा ईरान में बहुत ही कम दिखाई देता है। यह हालिया कुछ वर्षों से भूमध्यरेखीय गर्म से इलाक़ों उत्तरी ठंडे इलाक़ों की ओर पलायन के दौरान, आराम के लिए और भोजन के लिए क़ूपी बाबा आली तालाब में ठहरता है और उसके बाद अपनी यात्रा जारी रखता है।
साल के विभिन्न मौसमों में क़ूपी बाबा अली तालाब को पश्चिमी आज़रबाइजन प्रांत के सुन्दर व आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है। प्रति वर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक और पर्यावरणविद् सैर और अध्ययन के लिए यहां पहुंचते हैं।