क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-682
क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-682
وَتَوَكَّلْ عَلَى الْعَزِيزِ الرَّحِيمِ (217) الَّذِي يَرَاكَ حِينَ تَقُومُ (218) وَتَقَلُّبَكَ فِي السَّاجِدِينَ (219) إِنَّهُ هُوَ السَّمِيعُ الْعَلِيمُ (220)
और उस प्रभुत्वशाली और दया करने वाले (ईश्वर) पर भरोसा कीजिए। (26:217) जो आपको देख रहा होता है, जब आप (नमाज़ के लिए) खड़े होते हैं। (26:218) और सजदा करने वालों में आपके उठने-बैठने को भी वह देखता है। (26:219) निश्चय ही वह सब कुछ सुनने और जानने वाला है। (26:220)
هَلْ أُنَبِّئُكُمْ عَلَى مَنْ تَنَزَّلُ الشَّيَاطِينُ (221) تَنَزَّلُ عَلَى كُلِّ أَفَّاكٍ أَثِيمٍ (222) يُلْقُونَ السَّمْعَ وَأَكْثَرُهُمْ كَاذِبُونَ (223)
क्या मैं तुम्हें बताऊँ कि शैतान किस पर उतरते हैं? (26:221) वे प्रत्येक झूठ पापी पर उतरते हैं। (26:222) वे (शैतान की बातों पर) कान लगाते है और उनमें से अधिकतर झूठे होते हैं। (26:223)
وَالشُّعَرَاءُ يَتَّبِعُهُمُ الْغَاوُونَ (224) أَلَمْ تَرَ أَنَّهُمْ فِي كُلِّ وَادٍ يَهِيمُونَ (225) وَأَنَّهُمْ يَقُولُونَ مَا لَا يَفْعَلُونَ (226) إِلَّا الَّذِينَ آَمَنُوا وَعَمِلُوا الصَّالِحَاتِ وَذَكَرُوا اللَّهَ كَثِيرًا وَانْتَصَرُوا مِنْ بَعْدِ مَا ظُلِمُوا وَسَيَعْلَمُ الَّذِينَ ظَلَمُوا أَيَّ مُنْقَلَبٍ يَنْقَلِبُونَ (227)
और (पैग़म्बर कवि नहीं हैं क्योंकि) कवियों के पीछे तो बहके हुए लोग ही चला करते हैं। (26:224) क्या तुमने देखा नहीं कि वे हर घाटी में बहके फिरते हैं। (26:225) और कहते वह हैं जो करते नहीं। (26:226) वे नहीं जो ईमान लाए और जिन्होंने अच्छे कर्म किए और ईश्वर को बहुत अधिक याद किया और जब उन पर अत्याचार किया गया तो उसके बाद उन्होंने सहायता मांगी और जिन लोगों ने अत्याचार किया उन्हें जल्द ही मालूम हो जाएगा कि वे पलटने की किस जगह पलटेंगे। (26:227)