ट्रम्प, सिक्के के दो रूख़- 3
अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प जबसे वाइट हाउस पहुंचे हैं, शायद ही कोई ऐसा हफ़्ता गुज़रा हो जब उनके बयान, ट्वीट और फ़ैसलों से हंगामा खड़ा न हुआ हो।
ट्रम्प अपने अस्थिर तथा आम नैतिक व राजनैतिक मानदंड से अलग व्यक्तित्व, बातचीत व व्यवहार की वजह से आए दिन सुर्ख़ियों में रहते हैं। ट्रम्प अपनी इस व्यवहारिक व नैतिक विशेषता की वजह से अमरीका के 2020 के राष्ट्रपति पद की चुनावी प्रतिस्पर्धा का मुख्य मुद्दा बन गए हैं। डेमोक्रेट्स की तरफ़ से सबसे आगे चल रहे उम्मीदवार बर्नी सैंडर्स ने जो वरमॉन्ट राज्य से सेनेटर हैं, अपने ट्वीटर संदेश में लिखा हैः "डॉनल्ड ट्रम्प आधुनिक अमरीका के इतिहास के सबसे ख़तरनाक राष्ट्रपति हैं। इसी वजह से मैं उन्हें 2020 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में हराना चाहता हूं।" सैन्डर्स ने कहाः यह मूर्खतापूर्ण है कि हमारे देश में ऐसे शिक्षक हैं जो जीवन यापन के लिए दो या तीन जगह काम करने पर मजबूर हैं। यह दुनिया के इतिहास का सबसे धनी देश है और हम अपने शिक्षकों को सालाना 60 हज़ार डॉलर देते हैं।
हालिया हफ़्तों में अमरीका में घटने वाली अहम व दुखद घटनाओं में, इस देश में फ़ायरिंग की बढ़ती घटनाएं हैं जिनमें जवान व बूढ़े अंधाधुंध मारे जाते हैं। अमरीका में सालाना 33000 लोग बंदूक़, पिस्तौल और राइफ़ल वग़ैरह से मारे जाते हैं। इतने बड़े पैमाने पर इस जनसंहार का कारण अमरीका में हथियार रखने की क़ानूनी छूट है। टीकाकारों का मानना है कि हालिया जनसंहारों के पीछे ट्रम्प की नस्लभेदी नीतियां और हथियार लेकर चलने की क़ानूनी छूट ज़िम्मेदार है, लेकिन जो चीज़ अमरीकी जनता के जनसंहार की घटना के मीडिया में हंगामा होने का कारण बनी वह एक तस्वीर है जिसमें ट्रम्प की बीवी 2 महीने के एक बच्चे को गोद में लिए हुए अपने पति ट्रम्प के बग़ल में खड़ी नज़र आ रही हैं। यह तस्वीर उस समय की है जब अल-पासो शहर में वॉलमार्ट स्टोर में हुयी सामूहिक फ़ायरिंग की घटना के बाद, अमरीकी राष्ट्रपति अल-पासो यूनिवर्सिटी के चिकित्सा केन्द्र में घटना के पीड़ितों, चिकित्सा और राहत टीम के सदस्यों से मिलने गए। इस तस्वीर में ट्रम्प की बीवी मेलानिया ट्रम्प 2 महीने के बच्चे को गोद में लिए मुस्कुरा रही हैं और ट्रम्प अंगूठा उठाए हुए जो जीत का चिन्ह है, नज़र आ रहे हैं। इस बच्चे के मां-बाप अल-पासो के वॉलमार्ट स्टोर में हुयी फ़ायरिंग में, अपनी औलाद को बचाने में मारे गए। इस तस्वीर में अनाथ बच्चे के चाचा और चाची ट्रम्प और उनकी बीवी के निकट खड़े हुए नज़र आ रहे हैं। मीडिया और सामाजिक साइटों में इस तस्वीर का प्रकाशन, वॉलमार्ट फ़ायरिंग की घटना के पीड़ितों के प्रति ट्रम्प में सहानुभूति के अभाव को दर्शाता है। इसी तरह इस तस्वीर से पता चलता है कि ट्रम्प के मन में इस घटना के पीड़ितों के प्रति सम्मान नहीं है।

सीएनएन ने अल-पासो घटना की इस तस्वीर के बारे में अपनी समीक्षा में कहाः "ट्रम्प का प्रसन्नचित चेहरा और इशारा उस बच्चे की पीड़ा से विरोधाभास रखता है जो अपने मां-बाप खो चुका है।" सीएनएन के टीकाकारों ने ट्रम्प के व्यवहार की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह का व्यवहार न सिर्फ़ लोगों के साथ सहानुभूति व हमदर्दी नहीं है बल्कि यह आम लोगों के व्यवहार के दायरे में भी नहीं आता।
इंडिपेन्डंट की रिपोर्ट के अनुसार, अल-पासो के चिकित्सकों ने ट्रम्प के मुआयने को सहानुभूति से ख़ाली बताया। टीकाकार ब्राएन टनहिल ने इस बारे में लिखाः "यह उस नवजात के साथ सामान्य व्यवहार नहीं है जो अपने मां-बाप खो चुका है।" न्यूरोलॉजिस्ट ब्रायन विलियम जोन्स का कहना हैः मैं इस तस्वीर को देख कर हैरत में पड़ गया। कहीं मैं सपना तो नहीं देख रहा हूं। क्यों मलानिया और ट्रम्प मुस्कुरा रहे हैं और उंगली से सफलता का इशारा दे रहे हैं। क्या यह व्यवहार उस अनाथ बच्चे के साथ सही है जिसके मां-बाप अल-पासो घटना में मारे गए।" इस बारे में वकील जिम ओ गार्ड ने लिखाः "मुझे इन तस्वीरों को देख कर घिन आ रही है।"
डॉनल्ड ट्रम्प के व्यक्तित्व की एक विशेषता उनकी आत्ममुग्धता है। यही वजह है कि बहुत कम लोग लंबे समय तक उनके पास रुक पाते हैं। पिछले ढाई साल में अमरीकी सरकार और वाइट हाउस के 40 से ज़्यादा अधिकारी हट गए या उन्हें हटा दिया गया। इसी तरह के लोगों में एक ओमारोसा मानिगो न्यूमैन भी हैं जो वाइट हाउस में जनसंपर्क विभाग की प्रमुख थीं। उन्होंने अपने ट्वीट में डॉनल्ड ट्रम्प की आलोचना करते हुए रिपब्लिकन्स से 2020 के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए किसी और को उम्मीदवार बनाने की अपील की थी।

ओमारोसा मानिगो न्यूमैन ने लिखाः ट्रम्प वफ़ादारी चाहते हैं लेकिन यह वनवे सड़क नहीं है बल्कि दो तरफ़ा मामला है। वहे अपने निकटवर्तियों से वफ़ादारी चाहते हैं लेकिन दूसरों के प्रति वफ़ादार नहीं हैं। वाइट हाउस में ट्रम्प के एक सलाहकार एंथनी स्कारामूची हैं जिन्हें 11 दिन बाद ही पद से हटा दिया गया। एंथनी स्कारामूचि पूर्व जनसंपर्क अधिकारी थे। स्कारामूची और ट्रम्प दोनों ने एक दूसरे के ख़िलाफ़ ज़बान खोली। स्कारामूची ने ट्रम्प के बारे में कहा कि ट्रम्प अपने रास्ते से हट गए हैं। ट्रम्प ने भी स्कारामूची को एक अवसरवादी कहा। स्कारामूची ने अपने ट्वीट में लिखाः "हमने निजी संबंधों के आधार पर उनकी अच्छाइयों को नज़र में रखने कोशिश की और उनका राजनैतिक दृष्टि से साथ देने का फ़ैसला किया, लेकिन उनके फूट डालने वाले और हमारे समाज के ढांचे को नुक़सान पहुंचाने वाले बयान को अल्पावधि के आर्थिक फ़ायदे के लिए सहन नहीं किया जा सकता।" वाइट हाउस के इस पूर्व कर्मचारी ने सीएनएन से इंटरव्यू में कहाः "ट्रम्प के नस्लभेदी बयान और फूट डालने वाले ट्वीट से देश का कोई फ़ायदा नहीं होगा।"

ट्रम्प की शख़्सियत का एक पहलू उनका झूठ बोलना है। वह बड़ी आसानी से अपनी बात से पलट जाते हैं। इस बारे में वॉशिंग्टन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में लिखाः "राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने अपने राष्ट्रपति काल के 928 दिनों में 12900 झूठे या गुमराह करने वाले दावे किए। बड़े बड़े आंकड़े बयान करने में ट्रम्प की रूचि, निराधार अतिश्योक्ति और स्पष्ट झूठ जारी है। ट्रम्प ने राष्ट्रपति बनने के बाद से हर दिन सामान्यतः 13 बार झूठे या गुमराह करने वाले दावे किए हैं। इनमें से बीस प्रतिशत दावे पलायन के बारे में रहे हैं। इसी तरह ट्रम्प के झूठे या गुमराह करने वाले 10 फ़ीसद दावे व्यापार, अर्थव्यवस्था और 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप के बारे में रहे हैं। मिसाल के तौर पर ट्रम्प ने 186 बार झूठा दावा किया कि अमरीका के आर्थिक हालात इस देश के इतिहास में सबसे अच्छी हालत में है। वॉशिंग्टन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में ट्रम्प के अपने निजी ट्वीटर हैंडल पर किए गए ट्वीट के बारे में लिखा कि ट्रम्प के 18 फ़ीसद से ज़्यादा झूठे व गुमराह करने वाले दावों का स्रोत उनके ट्वीट हैं।

वॉशिंग्टन पोस्ट के अलावा सीएनएन ने भी अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान का सत्यापन किया है। ताज़ा जांच में पता चला कि ट्रम्प ने एक हफ़्ते के भीतर 56 बार झूठ बोला। सीएनएन आगे कहता है कि ट्रम्प का पिछले हफ़्ते का सबसे बड़ा झूठ उनकी ओर से अमरीका के श्याम व अश्वेत वर्ण के लोगों का समर्थन करने पर आधारित बयान है। ट्रम्प ने, बाल्टिमोर शहर के अश्वेत प्रतिनिधि का अपमान करते हुए कहा था कि वह उनकी आलोचना करने के बजाए अपने गंदे व चूहों से भरे शहर को सही करें। इस संबंध में ट्रम्प ने अपने ट्वीट में दावा किया थाः "मैंने अमरीका में अश्वेत लोगों के लिए जो काम किए हैं, कह सकता हूं कि किसी भी राष्ट्रपति ने नहीं किये।" यह अमरीकी चैनल ट्रम्प के इस झूठ के बारे में, जिसमें उन्होंने अमरीका में अश्वेत लोगों के बीच ख़ुद के लोकप्रिय होने की बात कही थी, लिखा कि अमरीका में ज़्यादातर अश्वेत ट्रम्प के क्रियाकलापों से प्रसन्न नहीं हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, पिछले हफ़्ते ट्रम्प ने जो झूठ बोला वह ईरान के बारे में पहली अगस्त की चुनावी रैली में बोला था। ट्रम्प ने अपने समर्थकों के बीच कहा था कि वह अमरीका की सुरक्षा के लिए गुट पांच धन और ईरान के बीच हुए परमाणु समझौते से निकल गए। उन्होंने दावा किया कि हमने ईरान को 150 अरब डॉलर दिए। इसी तरह अमरीका ने ईरान को 1 अरब 80 करोड़ डॉलर नक़द दिए। ट्रम्प के इस झूठ के बारे में सीएनएन ने स्पष्ट किया कि ट्रम्प ने 150 अरब डॉलर की राशि में अतिश्योक्ति से काम लिया है।
ईरान की राजनीति के जानकार और ओबामा सरकार के विशेषज्ञों का मानना है कि परमाणु समझौते जेसीपीओए के तहत ईरान की संपत्ति का जो पैसा ईरान को दिया जाता था वह उस राशि से बहुत कम है, जिसका ट्रम्प ने एलान किया है।