Nov १५, २०२० १५:२४ Asia/Kolkata

इस कार्यक्रम में हम ईरान के सुन्दर गुलिस्तान प्रांत के हरे- भरे क्षेत्र रामियान की यात्रा पर चलेंगे।

रामियान को गुलिस्तान का हरा नगीना भी कहा जाता है। यह शहर पूर्वी अलबुर्ज़ पर्वत के केन्द्र में स्थित है और यहां पर बहुत ही सुन्दर और अनमोल दृश्य पाए जाते हैं। यह शहर इतना सुन्दर और अच्छा है कि हर वर्ष हज़ारों की संख्या में पर्यटक यहां आते हैं और यहां के प्राकृतिक दृश्यों से मनमोहित होते हैं।

इस सुन्दर धरती और वादी में कल- कल बहते झरने, छोटी छोटी झीलें, सुन्दर और ख़ूबसूरत जंगल पाए जाते हैं। इस प्राचीन धरती पर ऐसे सुन्दर दृश्य और जगह हैं जो अभी तक अनछुयें हैं और हर गुज़रने वाले को अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं। रामियान शहर प्रथम दूदमान अशकानी शासन श्रंखला की गर्म मौसम की राजधानी और राजा और महाराजाओं का मनोरंजन स्थल है।

गुलिस्तान के केन्द्र में रामियान शहर स्थित है जो अपनी प्राकृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक आकर्षणों की वजह से यात्रा के लिए बहुत ही उचित स्थान है। दोस्तो जब भी आप रामियान का नाम लेते हैं तो आपके मन में फ़ौरन रेशम से बनी वस्तुओं की तस्वीरें उभरने लगती हैं और राममियान के लोगों के हाथों की बुनी वस्तुएं और हस्तउद्योग, ज़्यादातर रेशम से बुनी हुई होती हैं। रूमाल, मेज़पोश,दस्तख़ान, तौलिया, जैकेट, कपड़े और स्थानीय महिलाओं के सुन्दर वस्त्र, इस शहर की रेशम से बनी हुई हुई वस्तुएं हैं जो न केवल इस शहर में बल्कि पूरे ईरान में प्रसिद्ध हैं।

गुले रामीयान सोता

 

इस प्रसिद्ध सोते के आसपास अनेक प्रकार की वनस्पतियां और जड़ी बूटियां उगी हुई हैं जबकि अनेक प्रकार के छोटे बड़े पेड़ों ने इसकी सुन्दरता को चार चांद लगा दिया है। इस सोते का पानी बहुत ही साफ़ और सुथरा है और यह क़रेचाय नामक नदी में गिरता है जिससे आसपास मौजूद किसान अपने खेतों को सींचा करते हैं। रामीयान सोते में अनेक प्रकार की मछलियां भी पायी जाती हैं। यहां की वाइट फ़िश बहुत ही मशहूर है और यहां के लोगों के लिए इसका विशेष महत्व है। लोग इन मछलियों का शिकार करते हैं और बहुत ही स्वादिष्ट तरीक़े से बनाकर इसका सेवन करते हैं।

रामीयान की अद्वितीय प्रकृति में मीरान क़िले की ओर संकेत किया जा सकता है। यह वह क़िला या दुर्ग है जिसको देखने हर साल हज़ारों की संख्या में लोग आते हैं और टकटकी भरी नज़रों से इसे निहारते रहते हैं।  मीरान के क़िले की ऊंचाई 2430 मीटर है और यह रामीयान शहर के दक्षिण पश्चिमी भाग में स्थित है। यह प्राचीन दुर्ग कई हज़ार साल पुराना है और इसको तीन वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल पर बनाया गया है। कुछ लोगों का दावा है कि मीरान क़िला अशकानी शासन श्रंखला की बसंत या गर्मी के मौसम में रहने वाली राजधानी था और महाराजा तीरदाद ने बनाया था और दारा को उपहार में दे दिया जो दारयून यूनानियान के नाम से प्रसिद्ध था।

पश्मकी, दक्षिण पश्चिमी रामियान का बसंत और गर्मियों में रहने वाला क्षेत्र है जो पाक़ला गांव से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गर्मी में इस क्षेत्र की जलवायु ठंडी होती है जबकि ठंडक के मौसम में ज़बरदस्त बर्फ़बारी होती है जिसका आनंद लेने के लिए हज़ारों की संख्या में पर्यटक जाते हैं।

रामीयान के मनोरंजन स्थलों में से एक नीलबर्ग का सोता और जंगल हैं जो रामीयान शहर के केन्द्र से दक्षिणपूरब में 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। यहां तक पहुंचने के लिए आपको कच्ची पगडंडियों से होकर गुज़रना होगा, इस रास्ते को अधिकतर किसान, अपने जानवरों और कृषि सामानों को पहुंचाने के लिए प्रयोग करते हैं।

फ़सलों के हिसाब से नीलबर्ग क्षेत्र का वस्त्र और उसका अंदाज़ भी बदलता रहता है। बसंत और गर्मी के मौसम में चमकीला और निखरा हुआ रंग देखने को मिलेगा, जिसके पेड़ों पर हरेभरे पत्ते और झरनों व सोतों पर सफ़ेद चादर दिखाई देगी, पतझड़ का मौसम आने पर आपको ज़मीन पर सुनहरे पत्ते बिखरे दिखाई पड़ेंगे और उनपर पैदल चलने और पत्तों से निकलने वाली आवाज़ आपको अलग प्रकार का आनंद देती है। ठंडक के मौसम में हर तरफ़ बर्फ़ की सफ़ेद चादर दिखाई देगी, यह चादर जंगलों और पेड़ों को अपनी सफ़ेदी में ढांके रहती है।

 

 

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