Nov १६, २०२० १७:३९ Asia/Kolkata
  • इमारते मुफ़ख़म
    इमारते मुफ़ख़म

उत्तरी ख़रासान प्रांत का केन्द्रीय नगर बुजनोर्द है।

वर्ष १३७३ हिजरी शमसी में ईरानी सरकार ने उत्तरी ख़ुरासान को तीन प्रांतों में बांट दिया था।

इस प्रांत में पहलवान नाम की एक मशहूर जगह है और इसी तरह हैदरान जाजर्म नाम का एक टीला है जो १२ हज़ार साल से अधिक पुराने हैं।

उत्तरी ख़ुरासान प्रांत में एतिहासिक और प्राकृतिक अवशेष बहुत अधिक हैं जिनमें कुछ एसे हैं जो अविद्तीय हैं। इस प्रांत में जो संरक्षित जंगल है उसमें एसी वनस्पतियां पायी जाती हैं और एसे जानवर रहते हैं जो एशिया और पूरी दुनिया में केवल ईरान से विशेष हैं।

यह बात जानकार आपको रोचक लगेगी कि इस प्रांत में १४०० प्रकार के जानवरों और वनस्पतियों की पहचान हो चुकी है।

उत्तरी ख़ुरासान प्रांत में विभिन्न प्रकार की आर्थिक गतिविधियां होती हैं। पेट्रोकेमिकल के कई कारख़ाने इस प्रांत में हैं। गेहूं, जौ, किशमिश, अंगूर, आलू, चेरी, सेब, प्याज़, मसूर, लाल राज्मा, आड़ू, बादाम आदि इस प्रांत के मुख्य कृषि उत्पाद हैं।

बुजनोर्द नगर की यात्रा के साथ ईरान के उत्तरी प्रांत की प्रांत की सैर जारी रखते हैं। बुजनोर्द नगर की जलवायु अर्धशुष्क और संतुलित व ठंडी है। बुजनोर्द नगर की जलवायु अर्धशुष्क और संतुलित व ठंडी है। इस नगर में काफ़ी वर्षा और बर्फ़बारी भी होती है।

इसी प्रकार बुजनोर्द में इमारते मुफ़ख़म या मुफ़ख़म भवन बहुत मशहूर है। इस इमारत का निर्माण क़ाजारी शासन श्रंखला के दौरान हुआ था और वह क़ाजारी काल की वास्तुकला का जीवंत नमूना है।

इस पूरे भवन को फ़ीरोज़े, बैंगनी, सफ़ेद, हरी, लाल यहां तक की काले रंग की टाइलों से सजाया गया है। इस प्रकार भवन के विभिन्न भागों को कला कृतियों के अलावा बेल बूटों से सुसज्जित किया गया है।

यह जो संग्रहालय है इसकी उपरी मंज़िल में ५ मुख्य भाग हैं। जैसे एक भाग में इतिहास से पहले की चीज़ों को रखा गया है। दूसरे भाग में एतिहासिक चीज़ें , तीसरे भाग में इस्लामी काल की चीज़ें, चौथे भाग में सिक्के, मुहर और पांचवें भाग में मिट्टी के बर्तन आदि रखे गये हैं।

इस प्रांत की एक अन्य इमारत आइनेख़ाने के नाम से मशहूर है। यह इमारत क़ाजारी काल की है। आज इसका प्रयोग संग्रहालय में मौजूद दस्तावेज़ों और हस्तलिखित सुबूतों के रक्षा स्थल के रूप में किया जा रहा है।

 

टैग्स