-
शौर्य गाथा- 6
Feb १३, २०१९ १७:१८इराक़ की अतिक्रमणकारी बासी सेना के हमले से पहले ख़ुर्रमशहर बंदरगाह ईरान की एक प्रसिद्ध एवं व्यस्त बंदरगाहों में से थी।
-
शौर्य गाथा- 5
Feb ०२, २०१९ १७:००हम यह बता चुके हैं कि सद्दाम ने किन परिस्थितियों में और किन लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से ईरान पर हमला किया था।
-
शौर्य गाथा-4
Jan २६, २०१९ १७:३५शीत युद्ध के दौरान जब विश्व दो महाशक्तियों के बीच बंटा हुआ था उस काल में सद्दाम की ओर से ईरान पर हमले जैसी कोई घटना नहीं मिलती जिसके समर्थन में परस्पर टकराव रखने वाली महाशक्तियां भी एकजुट हो गई हों।
-
शौर्य गाथा-3
Jan २६, २०१९ १७:२८हमने ईरान पर हमला करने की अपनी ग़लती को सही ठहराने के लिए सीमाओं से संबंधित सद्दाम के दावे का उल्लख किया था और अल-जज़ायर समझौते को फाड़कर फेंकने की घटना की ओर संकेत किया था। हालांकि ईरान पर हमला करने का उद्देश्य केवल सीमाओं से संबंधित दावा नहीं था।
-
शौर्यगाथा-2
Jan ०९, २०१९ १४:००हम यह देखने का प्रयास करेंगे कि तानाशाह सद्दाम ने 22 सितंबर 1980 को क्यों और कैसे ईरान पर हमला किया था।
-
शौर्य गाथा- 1
Jan ०६, २०१९ १७:४०नई नई स्थापित हुई इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था के ख़िलाफ़ सद्दाम की सेना के व्यापक हमले के मुक़ाबले में ईरानी राष्ट्र के आठ वर्षीय पवित्र प्रतिरोध को लगभग तीन दशक बीत जाने के बाद भी इस हमले और ईरानी जवानों के प्रतिरोध के बारे में बहुत सी अनकही बातें बाक़ी हैं।