• एकता सप्ताह (3)

    एकता सप्ताह (3)

    Oct २०, २०२१ १६:१२

    मुसलमान इतिहासकार पैग़म्बरे इस्लाम के अदभुत और महान स्थान के लिए जो दलीलें पेश करते हैं उनमें से एक पहले के पैग़म्बरों और महान हस्तियों द्वारा पैग़म्बरे इस्लाम की महानता की गवाही है।

  • एकता सप्ताह (4)

    एकता सप्ताह (4)

    Oct २०, २०२१ १६:०७

    इतिहास में 17 रबीउल अव्वल एक ऐसी तारीख़ के रूप में दर्ज है, जिसमें मानवीय इतिहास की दो महान हस्तियों ने जन्म लिया। इन महान हस्तियों का मानवता के मार्गदर्शन में मूल्यवान योगदान रह है।

  • एकता सप्ताह (2)

    एकता सप्ताह (2)

    Oct २०, २०२१ १४:५६

    किसी भी राष्ट्र की महानता और महिमा उसकी एकता और एकजुटता पर निर्भर करती है।

  • एकता सप्ताह (1)

    एकता सप्ताह (1)

    Oct १९, २०२१ १०:१५

        पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के जन्म दिवस के बारे में दो तारीख़ें मशहूर हैं एक 17 रबीउल अव्वल जबकि दूसरी 12 रबीउल अव्वल। 17 रबीउल अव्वल की तारीख को शिया मुसलमान और 12 रबीउल अव्वल को सुन्नी मुसलमान पैग़म्बरे इस्लाम का जन्म दिवस मनाते हैं। दोनों तारीखों के बीच एक सप्ताह का समय है और मुसलमानों के मध्य एकता व एकजुटता के लिए ईरान में इसे एकता सप्ताह के रूप में मनाया जाता है।

  • एकता सपताह

    एकता सपताह

    Nov २६, २०१८ १६:५३

    एकता सपताह

  • एकता सप्ताह के अवसर पर विशेष कार्यक्रम

    एकता सप्ताह के अवसर पर विशेष कार्यक्रम

    Nov १९, २०१८ १७:३२

    एक व्यक्ति दूर से बहुत ही क्रोध भरी नज़रों से उन लोगों को देख रहा था जो आपस में बैठे बहुत ही सौहार्दपूर्ण माहौल में बातें कर रहे थे।

  • एकता सप्ताह और इस्लामी एकता सम्मेलन

    एकता सप्ताह और इस्लामी एकता सम्मेलन

    Dec २१, २०१६ १२:३४

    एकता सप्ताह और इस्लामी एकता सम्मेलन

  • एकता सप्ताह-3

    एकता सप्ताह-3

    Dec १४, २०१६ १६:३४

    इस्लामी एकता उन महत्वपूर्ण विषयों में है जिस पर पवित्र क़ुरआन और पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों ने बहुत अधिक ध्यान दिया है।

  • एकता सप्ताह -2

    एकता सप्ताह -2

    Dec १४, २०१६ १५:३९

    पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम का शुभ जन्म दिवस इस्लामी जगत में एकता के बारे में सोचने के लिए बेहतरीन अवसर है।

  • एकता सप्ताह-1

    एकता सप्ताह-1

    Dec १४, २०१६ १४:२५

    इस्लाम का सूरज उस समय जगमगाया जब मानवता अज्ञानता के चरम पर पहुंच चुकी थी।