Pars Today
आपको याद होगा कि पिछले कुछ कार्यक्रम में हज़रत अली अलैहिस्सलाम के जीवन की कुछ अहम घटना की समीक्षा की जिससे पता चला कि हज़रत अली अलैहिस्सलाम का ईश्वर और उसके पैग़म्बरे के निकट बहुत अहम स्थान है।
आपको याद होगा कि हमने "हुनैन युद्ध का उल्लेख करते हुए पैग़म्बरे इसलाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा (स) की सुरक्षा में हज़रत अली की ओर से किये गए बलिदान का उल्लेख किया था।
हमने आपको हज़रत अली अलैहिस्सलाम की जीवनी के उतार चढ़ाव से आपको अवगत कराया था और इस्लाम धर्म के विस्तार तथा काफ़िरों और अनेकेश्वरवादियों से मुक़ाबले में उनके अद्वितीय साहस के बारे में चर्चा की थी।
पैग़म्बरे इस्लाम को दुश्मन की इस साज़िश का पता चल गया था कि वे उन्हें क़त्ल करना चाहते हैं और इसके लिए घात लगाए बैठे हैं।
आपको याद होगा कि पिछले कार्यक्रम में हमने हज़रत अली अलैहिस्सलाम के जीवन के कुछ पहलुओं की चर्चा की थी और आज भी उनके जीवन के कुछ अन्य पहलुओं पर प्रकाश डालेंगे।
हम कुछ कार्यक्रमों में पैग़म्बरे इस्लाम के उत्तराधिकारी हज़रत अली अलैहिस्सलाम के जीवन की घटनाओं और उनकी शिक्षाओं के बारे में बात करेंगे।
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा न केवल मुसलमानों के लिए बल्कि संसार की सभी महिलाओं के लिए आदर्श हैं।
महान ईश्वर ने हज़रत फ़ातेमा ज़हरा और हज़रत अली अलैहिस्सलाम को 4 बच्चे प्रदान किए।
पैग़म्बरे इस्लाम की सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा ज़हरा ने इस नश्वर संसार में बहुत ही कम समय जीवन व्यतीत किया।
पवित्र क़ुरआन ईश्वर की किताब है और ईश्वर ने क़ुरआन को मार्गदर्शन बताया है और पवित्र क़ुरआन की विशेषताओं में यह विशेषता सबसे महत्वपूर्ण है।