भारत में कट्टरपंथी हिन्दू संगठनों का नंगा नाच जारी, मासूम बच्ची के सामने बाप की पिटाई, जय श्री राम आतंकियों का बना पसंदीदा नारा
(last modified Fri, 13 Aug 2021 06:21:44 GMT )
Aug १३, २०२१ ११:५१ Asia/Kolkata
  • भारत में कट्टरपंथी हिन्दू संगठनों का नंगा नाच जारी, मासूम बच्ची के सामने बाप की पिटाई, जय श्री राम आतंकियों का बना पसंदीदा नारा

भारत में कट्टरपंथी हिन्दू सगंठनों और उसका समर्थन करने वाली चरमपंथी विचार धारा की राजनीतिक पार्टियों द्वारा इस देश के दलितों, अल्पसंख्यकों विशेषकर मुसलमानों के ख़िलाफ़ अंजाम दी जाने वाली हिंसक कार्यवाहियों में लगातार वृद्धि हो रही है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत की राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर कुछ ही दिन पहले कट्टरपंथी हिन्दू संगठनों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भारतीय मुसलमानों के ख़िलाफ़ भड़काऊ और हिंसात्मक नारे लगाए थे। जिसको लेकर भारत सहित पूरी दुनिया में इस देश में बढ़ते भगवा आतंकवाद को लेकर स्वतंत्रप्रेमी और न्यायप्रेमी की चिंताएं बढ़ गई थीं। इस बीच जंतर मंतर पर हुई घटना को लेकर आम लोगों की चिंताएं अभी कम भी नहीं हुई थीं कि भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर कानपूर की सड़कों पर एक बार फिर कट्टरपंथी हिन्दू संगठन बजरंग दल का नंगा नाच देखने को मिला। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में भगवा गम्छा डाले कुछ लोग एक ई-रिक्शा चालक अफ़सार अहमद के साथ मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं। उस वीडियो में कुछ लोग कथित तौर पर 45 वर्षीय अफ़सार अहमद से "जय श्रीराम" के नारे लगवाते दिखाई दे रहे हैं।  वहीं अफ़सार की 5 साल की मासूम बेटी भी वीडियो में दिख रही है जो भगवा आतंकियों से अपने पिता की जान की भीख मांग है और उसके पिता को छोड़ देने के लिए मिन्नतें करती दिख रही है। अफ़सार अहमद की पिटाई और नारे लगवाने की कथित घटना बुधवार की है।

भारतीय मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक़, कानपुर की डीएसपी (दक्षिण) रवीना त्यागी ने मीडिया को बताया है कि यह घटना बुधवार को बर्रा इलाक़े में हुई। कानपुर सिटी के पुलिस कमिश्‍नर असीम अरुण ने कहा कि इस मामले में तीन आरोपियों अजय उर्फ राजेश बैंड वाला, अमन गुप्ता और राहुल कुमार को गिरफ़्तार कर लिया गया है और बाक़ी आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि बजरंग दल के कई कार्यकर्ताओं ने तीनों आरोपियों की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ गुरुवार रात कानपुर में डीसीपी (दक्षिण) कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

बता दें कि कानपुर की एक बस्‍ती में दो पड़ोसी क़ुरैशा और रानी के परिवार में बाइक के मुद्दे को लेकर झगड़ा शुरू हुआ था, इसमें क़ुरैशा ने रानी पर मारपीट की एफ़आईआर की तो रानी ने क़ुरैशा के लड़कों के ख़िलाफ़ छेड़खानी और धर्मांतरण की रिपोर्ट लिखवा दी। फिर इस मामले में इंट्री हुई कट्टरपंथी हिन्दू संगठन बजरंग दल की और उसने वहां जाकर प्रदर्शन किया। इस मामले में पिटते हुए पिता को बचाने के लिए उसकी बच्‍ची लिपटकर रोती रही लेकिन धर्म के नाम पर यह करने वालों को उस पर रहम नहीं आया। खास बात यह है कि पिटने वाले अफ़सार अहमद पर न कोई आरोप है और नहीं उसके ख़िलाफ़ कोई एफआईआर है। स्थानीय पुलिस का कहना है कि विवाद बाद में जबरन परिवर्तन के आरोप में जा बदला। एसीपी (गोविंदनगर) विकास पांडे ने मीडिया को बताया, "एक हिंदू संगठन के कुछ लोग विवाद में शामिल परिवारों में से एक से मिलने गए थे, उनकी ओर से कार्रवाई की मांग कर रहे थे। फिलहाल कानपुर प्रशासन ने बर्रा इलाक़े में स्थिति को देखते हुए पुलिस की तैनाती की है। अहमद ने अपनी शिकायत में पांच लोगों का नाम लिया है, जबकि 10 अज्ञात हैं। मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई पर राजनीतिक दलों ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। (RZ)

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