Jan ०३, २०२२ २२:३२ Asia/Kolkata
  • किसान आन्दोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है, हम अब भी मैदान में हैंः टिकैत

राकेश टिकैत का कहना है कि सरकार का अगला वार उन भूमिहीन किसानों पर होगा जो पशु पालते हैं और दूध बेचकर गुज़र-बसर करते हैं। 

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि किसान आन्दोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है।  भारतीय संचार माध्यमों के अनुसार राकेश टिकैत का कहना था कि 15 जनवरी 2022 को संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक होगी जिसमें महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे।

टिकैत ने कहा कि सरकार की नज़र अब किसानों की ज़मीनों पर है।  एसे में बहुत ही होशियार रहने की ज़रूरत है।  सरकार की नियत ठीक नहीं है।  टिकैत के अनुसार सरकार का अगला वार उन भूमिहीन किसानों पर है जो पशु पालते हैं और दूध बेचकर गुज़र-बसर करते हैं।  उन्होंने सरकार की नई दूध नीति का विरोध किया।  इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि केंद्र सरकार ऑस्ट्रेलिया के साथ दूध खरीदने को लेकर अगले महीने समझौता करने जा रही है।

उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया से दूध का आयात करना ग़लत है। देश का पशुधन, सिर्फ दूध नहीं देता बल्कि खेत की मिट्टी को भी ठीक करता है।  टिकैत ने कहा कि विदेश की कंपनी से दूध आएगा तो देश के पशु कैसे बचेंगे

उन्होंने कहा कि आन्दोलन के माध्यम से ही ज़मीनों और गांवों को बचाया जा सकता है।  टिकैत का कहना था कि सरकार हर विभाग का निजीकरण करके देश में बेरोज़गारों की एक फौज खड़ी कर रही है।उनका कहना था कि संयुक्त किसान मोर्चा, हर मुद्दे को लेकर बहुत गंभीर है और हम अब पीछे हटने वाले नहीं हैं। 

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