महात्मा गांधी की हत्या करने के लिए बंदूक खोजने में सावरकर ने की थी सहायताः तुषार गांधी
भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र का कहना है कि राष्ट्रपिता की हत्या करने में सावरकर ने नाथूराम गोटसे की मदद की थी।
भारतीय संचार माध्यमों के अनुसार तुषार गांधी ने दावा किया है कि विनायक दामोदर सावरकर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक कारगर बंदूक खोजने में मदद की थी।
तुषार गांधी ने ट्वीट किया कि सावरकर ने न केवल अंग्रेजों की मदद की बल्कि उन्होंने बापू की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक कारगर बंदूक खोजने में भी मदद की। बापू की हत्या से दो दिन पहले तक गोडसे के पास मोहनदास कर्मचंद्र गांधी की हत्या के लिए एक विश्वसनीय हथियार नहीं था। भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र इकाई ने तुषार गांधी की बात को निराधार बताया है।
हालांकि इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सावरकर, बीजेपी और आरएसएस के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि सावरकर ने अंग्रेज़ों की मदद की थी। राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि जेल से बाहर निकलने के लिए सावरकर ने अंग्रेज़ों को एक नहीं बल्कि 6 बार माफ़ीनामा लिखा था।
राहुल गांधी ने कहा था कि यह कोई ढकी छिपी बात नहीं है कि सावरकर ने अंग्रेज़ों से माफ़ी मांगी थी और उनसे सहयोग किया था। राहुल गांधी के अनुसार सावरकर को अंग्रेज़ो से आर्थिक सहायता भी मिलती थी। राहुल गांधी के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इसकी निंदा की थी किंतु वे अब भी अपनी इसी बात पर अडिग हैं।