Jan १८, २०२४ १४:३१ Asia/Kolkata
  • आतंकियों के आगे पस्त लेकिन आतंकवाद का मुक़ाबला करने वालों से लड़ने को तैयार! ईरान ने पाकिस्तान से मांगा जवाब+ वीडियो

इस बात में शायद ही किसी को संदेह हो कि पाकिस्तान तकफ़ीरी आतंकवादी गुटों के लिए एक सुरक्षित स्थान में बदल चुका है। स्वयं पाकिस्तानी राष्ट्र भी आतंकवाद की सबसे ज़्यादा मार झेलने वाले देशों में शामिल है। वहीं पाकिस्तान में बढ़ती आतंकी गुटों की सक्रियता उसके पड़ोसी देशों के लिए चिंता का सबसे बड़े विषय में परिवर्तित हो चुकी है, क्योंकि यह आतंकवादी गुट समय-समय पर पाकिस्तान के पड़ोसी देशों में घुसपैठ करके आतंकी कार्यवाहियों को अंजाम देते रहते है।

ईरान के सीस्तान व बलोचिस्तान प्रांत के सरावान नगर के एक सीमावर्ती इलाक़े पर गुरुवार तड़के सुबह हमला किया गया और तेहरान ने इस संबंध में पाकिस्तान से तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है। ईरान के सीस्तान व बलोचिस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर अली रज़ा मरहमती के मुताबिक़, गुरुवार सुबह 4:30 बजे सरावान के सीमावर्ती इलाक़े में कई विस्फोटों की आवाज़ सुनी गई है। इन धमाकों में तीन महिलाएं और चार बच्चे मारे गए हैं और यह सभी ग़ैर-ईरानी नागरिक हैं। इसी तरह खबर है कि सरावान के पास एक और विस्फोट हुआ है, लेकिन इसमें किसी के मारे जाने की ख़बर नहीं है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि पाकिस्तानी सेना ने ईरान के सीमावर्ती इलाक़ों में सैन्य हमला किया है। पाकिस्तान सरकार के बयान में कहा गया है कि ईरान की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाता है और आतंकवाद से निपटने के लिए एक साझा समाधान खोजने के प्रयास जारी रहेंगे।

इससे पहले आतंकवादी गुटों और कुख्यात जासूसी एजेंसी मूसाद के विरुद्ध आईआरजीसी की कार्यवाही के संदर्भ में इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने कहा था कि यह कार्यवाहियां, ईरान की संप्रभुता की रक्षा के उद्देश्य से की गई हैं। उन्होंने कहा था कि दुश्मन ने अपने ग़लत समीकरणों के आधार पर ईरानी राष्ट्र के विरुद्ध अपराध किए हैं। कनआनी के अनुसार ताज़ा कार्यवाही, ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरे में डालने वालों के लिए जवाब है।  ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार आतंकवाद, एक वैश्विक चुनौती है। क्षेत्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग के परिप्रेक्ष्य में ईरान, आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष के लिए दृढ संकल्प रखता है। याद रहे कि इस्लामी क्रांति के संरक्षक बल आईआरजीसी ने अपने एक बयान में कहा था कि ईरान के दुश्मनों के हालिया आतंकवादी अपराधों के जवाब में, जासूसी मुख्यालय और क्षेत्र के कुछ हिस्सों में ईरान विरोधी आतंकवादी समूहों के ख़ुफ़िया ठिकानों को बैलिस्टिक मिसाइलों द्वारा निशाना बनाकर उन्हें नष्ट कर दिया गया। वहीं ईरान की आतंकवाद विरोधी कार्यवाहियों से अब ऐसी ताक़तों को डर लगने लगा है जो आतंकवाद को बढ़ावा देने में आगे-आगे हैं। क्योंकि इस तरह की ताक़तों की नींव ही आतंकवाद भरासे है। (RZ)

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