संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने अमरीका को मुंहतोड़ उत्तर दे दियाः डाक्टर विलायती
अंतर्राष्ट्रीय मामलों में वरिष्ठ नेता के सलाहकार बैतुल मुक़द्दस को ज़ायोनी शासन की राजधानी के रूप में मान्यता देने के अमरीकी फ़ैसले के बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा के प्रस्ताव के बारे में कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा में प्रस्ताव पारित होना, अमरीका को मुंहतोड़ उत्तर था।
संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा की बैठक अमरीकी शहर न्यूयार्क स्थित मुख्यालय में 21 दिसम्बर 2017 को आयोजित हुई थी जिसमें अमरीका की ओर से अवैध अधिकृत बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी स्वीकार करने के विषय पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान तुर्की ने अमरीकी फ़ैसले के विरुद्ध प्रस्ताव पेश किया जिसे सदस्य देशों ने बहुमत से पास कर दिया। इस प्रस्ताव के पक्ष में 128 और विरोध में केवल 9 वोट पड़े जबकि 35 देशों ने मतदान में भाग नहीं लिया।
प्रस्ताव में कहा गया कि बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी स्वीकार करने का फ़ैसला तुरंत वापस लिया जाए और मामले को वार्ता द्वारा हल किया जाए।
डाक्टर अली अकबर विलायती ने तसनीम न्यूज़ एजेन्सी से बात करते हुए कहा कि अमरीकी धमकियों के बावजूद बहुत से देशों ने खुलकर अमरीका को "ना" कर दिया। उनका कहना था कि अमरीकी जनता को अपने भविष्य के बारे में कुछ और सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अमरीकी धमकियों के कारण कुछ छोटे मोटे देशों ने ही विरोध में मतदान किया और यह अमरीक के लिए बहुत बड़ा पाठ है कि वह इससे कुछ सीखे। (AK)