ज़ोर ज़बरदस्ती का प्रयोग, संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणा पत्र के विरुद्ध हैः ईरान
संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के स्थाई राजदूत ग़ुलाम अली ख़ुशुरू ने कहा कि देशों पर ज़ोर ज़बरदस्ती का प्रयोग, ग़ैर क़ानूनी कार्यवाही और संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणापत्र के विरुद्ध है।
इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के स्थाई राजदूत ग़ुलाम अली ख़ुशुरू ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में देशों के विरुद्ध ज़ोर ज़बरदस्ती के प्रयोग को ग़ैर क़ानूनी कार्यवाही और संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणापत्र के विरुद्ध बताया।
संयुक्त राष्ट्र संघ की यह बैठक जातीय सफ़ाए, युद्ध अपराध और मानवता के विरुद्ध अपराध और जनसंहार के मुक़ाबले में जनता के समर्थन की ज़िम्मेदारी शीर्षक के अंतर्गत आयोजित हुई।
इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के स्थाई राजदूत ग़ुलाम अली ख़ुशुरू ने कहा कि मानवाधिकार की रक्षा के बहाने कुछ देशों की ओर से ज़ोर ज़बरदस्ती का प्रयोग जो राजनैतिक हस्तक्षेप की भूमि समतल करता है, अवैध है।
ईरान के राजदूत ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान का मानना है कि विश्व समुदाय को चाहिए कि वह ख़तरनाक अंतर्राष्ट्रीय अपराधों से होशियार रहे और भविष्य में सामूहिक जनसंहार के दोहराए जाने की अनुमति न दे। (AK)