फ़िलिस्तीनी बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों को अमरीका छुपा नहीं सकताः ईरान
संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के प्रतिनिधि ने कहा है कि अमरीका फ़िलिस्तीनी बच्चों के विरुद्ध ज़ायोनी शासन के अपराधों को छुपा नहीं सकता है।
ग़ुलाम अली ख़ुशरू ने फ़िलिस्तीन व मध्यपूर्व के विषय पर आयोजित होने वाली संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि विश्व समुदाय को इस बात की अनुमति नहीं देनी चाहिए कि अमरीका की ज़ोर-ज़बरदस्ती और ज़ायोनियों के अपराध, फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों को नष्ट कर दें। उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीनियों की स्थिति संकटमयी होती जा रही है और केवल उनके वापसी मार्च के नाम से होने वाले प्रदर्शनों में अब तक 200 से अधिक लोग शहीद और 22 हज़ार से अधिक घायल हो चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के प्रतिनिधि ने कहा कि फ़िलिस्तीनी प्रदर्शनकारी सिर्फ़ अपने घरों को लौटना, फ़िलिस्तीन की स्वाधीन सरकार का गठन और अपने स्वाभाविक अधिकारों की प्राप्ति चाहते हैं क्योंकि उनके पास कोई भी अधिकार यहां तक कि जीने का अधिकार भी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सत्तर साल से जारी उस अत्याचार का परिणाम है जो अमरीका के समर्थन से इस्राईल फ़िलिस्तीनियों पर कर रहा है और सुरक्षा परिषद भी इस संबंध में मौन धारण किए हुए है। ग़ुलाम अली ख़ुशरू ने कहा कि अमरीका ने सुरक्षा परिषद में इस्राईल के विरुद्ध पेश किए गए 44 प्रस्तावों को वीटो किया है। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने फ़िलिस्तीन के संबंध में लगभग 300 प्रस्ताव पारित किए हैं लेकिन इस्राईल ने उन सबका उल्लंघन किया है। (HN)