अमरीकी प्रतिबंध, अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का खुला उल्लंघन हैंः ईरान
संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के प्रतिनिधि ने अमरीका द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों को अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का खुला उल्लंघन बताया है।
ग़ुलाम अली ख़ुशरू ने जेसीपीओए से अमरीका के निकलने और ईरान के विरुद्ध उसके प्रतिबंधों की बहाली क ो अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का खुला उल्लंघन बताते हुए कहा है कि विश्व समुदाय को अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनी व्यवस्था पर हमले के मुक़ाबले में डट जाना चाहिए। उन्होंने गार्डियन समाचारपत्र में छपे अपने लेख में कहा है कि परमाणु समझौते से ट्रम्प सरकार का निकलना बहुपक्षीय कूटनीति के लिए एक बड़ी विडंबना थी। उन्होंने कहा है कि चरमपंथी एकपक्षवाद, संपूर्ण तानाशाही और मूल वैश्विक संगठनों में सम्मिलित न होने का भूत न केवल ईरान बल्कि सभी देशों के लिए गंभीर ख़तरा है।
संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के प्रतिनिधि ग़ुलाम अली ख़ुशरू ने ईरान के साथ व्यापार करने वाले देशों को ट्रम्प की ओर से दी गई चेतावनियों की तरफ़ इशारा करते हुए कहा है कि एेसा पहली बार हो रहा है जब सुरक्षा परिषद का कोई सदस्य, संसार को इस परिषद के प्रस्ताव के उल्लंघन नहीं बल्कि पालन पर धमका रहा है। ज्ञात रहे कि अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने सोमवार 6 अगस्त को एक आदेश जारी करके ईरान के ख़िलाफ़ अमरीका के ग़ैर क़ानूनी प्रतिबंधों को बहाल कर दिया था। ट्रम्प ने धमकी दी है कि जो देश ईरान से अपने आर्थिक संबंधों को समाप्त नहीं करेंगे उन्हें इसकी भारी क़ीमत चुकानी पड़ेगी। (HN)