ईरान परमाणु समझौते की सुरक्षा हेतु समस्त रास्तों को खुला रखना चाहता हैः रूहानी
ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने कहा कि यूरोप को चाहिये कि वह ईरान के वैध हितों को पूरा करने और अमेरिका के आर्थिक युद्ध विराम के लिए प्रयास को तेज़ करे।
ईरान के राष्ट्रपति ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष से टेलीफोनी वार्ता में परमाणु समझौते को सुरक्षित रखने हेतु पेरिस के प्रयास को महत्वपूर्ण बताया है। राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने कहा कि ईरान परमाणु समझौते की रक्षा हेतु समस्त रास्तों को खुला छोड़ने का इरादा रखता है।
कल ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष एमानोएल मैक्रां से टेलीफ़ोनी वार्ता में महत्वपूर्ण द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय विषयों के बारे में विचारों का आदान- प्रदान किया और परमाणु समझौते को सुरक्षित रखने हेतु प्रयासों के जारी रखने पर बल दिया।
ईरान के राष्ट्रपति ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति के विशेष दूत की तेहरान यात्रा की ओर संकेत किया और कहा कि परमाणु समझौते के ईरानी और यूरोपीय पक्षों को चाहिये कि वे ऐसा प्रयास करें जिससे इस समझौते को सुरक्षित रखने की दिशा में संतुलित कदम उठाया जा सके।
उन्होंने कहा कि ईरान के खिलाफ अमेरिका के कड़े प्रतिबंध परमाणु समझौते को बाकी की दिशा में समस्या पैदा करते हैं और अमेरिका में ऐसे लोग हैं जो यह चाहते हैं कि परमाणु समझौते को बाकी रखने के लिए जो प्रयास किये जाते हैं वे सफल न हों और उसका स्पष्ट नमूना ईरानी राष्ट्र की डेढ़ अरब डॉलर से अधिक की सम्पत्ति चोरी करने पर आधारित अमेरिकी कांग्रेस का हालिया फैसला है।
राष्ट्रपति ने कहा कि मौजूद समस्याओं और उल्लंघनों के बावजूद हमारा मानना है कि बाकी बचे अवसर से अच्छी तरह लाभ उठाया जायेगा और दोनों तरफ के विशेषज्ञ परमाणु समझौते को बाकी रखने के लिए उचित रास्तों को सुझायेंगे।
ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने कहा कि यूरोप को चाहिये कि वह ईरान के वैध हितों को पूरा करने और अमेरिका के आर्थिक युद्ध विराम के लिए प्रयास को तेज़ करे।
इस टेलीफ़ोनी वार्ता में फ्रांस के राष्ट्रपति एमानोएल मैक्रां ने कहा कि यूरोप ने इंस्टेक्स को व्यवहारिक बनाने के लिए अपने प्रयास को गति प्रदान कर दी है।
उन्होंने तनाव कम करने और परमाणु समझौते को सुरक्षित करने के लिए दोनों पक्षों की ओर से प्रयास किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि खेद के साथ कहना पड़ता है कि हमेशा ऐसे अतिवादी हैं जो शांति तक पहुंचने हेतु देशों के प्रयासों में रुकावट बनते हैं और अमेरिका ने जो यह कहा है कि ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों को कड़ा से कड़ा किया जायेगा तो उसकी इस घोषणा को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा चाहिये।
फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों ने ईरान के साथ बहुत से देशों के व्यापार को कठिन बना दिया है। साथ ही उन्होंने मौजूद समस्याओं के समाधान पर बल दिया और कहा कि इसके लिए सभी पक्षों के प्रयास की ज़रूरत है। MM