जब अमरीका मुर्दाबाद के नारों से गूंज उठा ईरानी संसद ...
इस्लामी गणतंत्र ईरान की संसद में " विश्व साम्राज्यवाद से संघर्ष के राष्ट्रीय दिवस" के अवसर पर सांसदों ने " अमरीका मुर्दाबाद" " इस्राईल मुर्दाबाद " के नारे लगाए।
ईरान के उप संसद सभापति " मसऊद पेज़िश्कियान " ने संसद सभा में अमरीका और इस्राईल मुर्दाबाद के नारों के बाद कहा कि ईरानी राष्ट्र किसी भी दशा में अमरीका का गुंडागर्दी के सामने सिर नहीं झुकाएगा।
उन्होंने इस बात का उल्लेख करते हुए कि अमरीका ने अपना असली चेहरा दिया दिया, कहा कि अमरीकी सभी अंतरराष्ट्रीय वचनों और समझौतों को पैरों तले रौंद देते हैं और फिर वार्ता का प्रस्ताव देते हैं।
आज से 40 साल पहले 4 नवंबर सन 1979 में ईरानी छात्रों ने, ईरान की इस्लामी क्रांति के खिलाफ विभिन्न साज़िशों का विरोध करते हुए, तेहरान में अमरीकी दूतावास पर क़ब्ज़ा कर लिया था।
इसके बाद ईरान में हर साल इस दिन की याद में 4 नवंबर को विश्व साम्राज्यवाद से मुक़ाबले का राष्ट्रीय दिन मनाया जाता है।
इस अवसर पर राजधानी तेहरान सहित ईरान के सभी नगरों में रैलियां निकाली जाती हैं और लोग तथा छात्र अमरीका के नेतृत्व में साम्राज्यवाद के विरुद्ध आक्रोश प्रकट करते हैं। (Q.A.)