दिल्ली दंगे पर ईरानी स्पीकर ने भी दिया बयान, कहा भारत सरकार शांतिपूर्ण रूप से तनाव खत्म करे! देश के विकास में मुसलमानों की बड़ी भूमिका !
इस्लामी गणतंत्र ईरान के संसद सभापति ने भारत में मुसलमानों के जनसंहार पर चिंता प्रकट करते हुए, नयी दिल्ली से मांग की है कि वह तनाव को शांतिपूर्ण रूप से दूर करने के लिए अपनी सभी संभावनाओं का प्रयोग करे।
संसद सभापति डॅाक्टर अली लारीजानी ने गुरुवार को कहा कि मुसलमान भारतीय समाज और संस्कृति का हिस्सा हैं और इस देश के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
उन्होंने कहा कि भारत में नागरिकता के नये कानून का जो अर्थ समझ में आता है और उसका जो संदेश है उससे मुसलमानों के लिए कुछ सीमाओं की बात समझ में आती है और इसी वजह से कुछ चिंता पैदा हो गयी है।
डॅाक्टर लारीजानी ने कहा कि भारत , विभिन्न जातियों, भाषाओं, धर्मों, मतों और संस्कृतियों की भूमि है इस लिए इस प्रकार की घटनाएं, भारतीय संस्कृति व सभ्यता की प्रवृत्ति से मेल नहीं खातीं।
संसद सभापति ने इसी प्रकार ईरान व भारत के संबंधों के महत्व पर बल दिया और कहा कि भारत में सभी धर्मों और मतों के अनुयाइयों के मध्य सहिष्णुता को बढ़ावा देना और संवाद बेहद ज़रूरी है।
भारत में बने नये कानून सीएए के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन जारी हैं।
11 दिसंंबर सन 2019 में पारित हुए इस कानून के अनुसार बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से गैर कानूनी रूप से आने वाले शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी लेकिन मुसलमानों को इस सुविधा से अलग रखा गया है।
दिल्ली में सीएए के विरोध में किये जा रहे प्रदर्शनों के दौरान इस कानून के समर्थकों ने भी प्रदर्शन किया और फिर पथराव के बाद दंगे शुरु हो गये। Q.A.