आयतुल्लाह नूरी हमदानी ने दिल्ली दंगों की भर्त्सना की और भारतीय जनता को प्राचीन परंपरा पर अमल करने की नसीहत की
ईरान के वरिष्ठ धर्मगुरु आयतुल्लाह हुसैन नूरी हमदानी ने, दिल्ली में चरमपंथी हिन्दुओं के हाथों मुसलमानों के जनसंहार की भर्त्सना की है।
संवाददाता के मुताबिक़, आयतुल्लाह हुसैन नूरी हमदानी ने अपने संदेश में कहा कि बड़े खेद की बात है कि अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की ख़ामोशी में यह पीड़ादायक अपराध किया गया।
उन्होंने कहा कि इस्लामी देश और मानवाधिकार संगठन इस मुसीबत पर मूकदर्शक बने हुए हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि भारत सरकार साम्राज्य के ख़िलाफ़ लड़ाई में ज़रूरी क़दम उठाएगी और इस विषय को हल करेगी और भारतीय मुसलमान विगत की तरह आज़ादाना तौर पर ज़िन्दगी गुज़ारेंगे।
ईरान के वरिष्ठ धर्मगुरु ने कहा कि भारतीय जनता विभिन्न धर्मों व मतों के अनुयाइयों के एक साथ जीवन बिताने की अपनी प्राचीन संस्कृति की रक्षा करेगी और कुछ लोगों को इस देश में नफ़रत की आग नहीं भड़काने देगी।
ग़ौरतलब है कि भारत सरकार ने 11 दिसंबर को नागरिकता संशोधन क़ानून पारित किया है। इस क़ानून के मुताबिक़ बंग्लादेश, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान से 2015 से पहले भारत में शरण लेने वाले, भारतीय नागरिकता ले सकते हैं लेकिन यह क़ानून मुसलमानों को शामिल नहीं करता।
इस बीच चरमपंथी हिन्दुओं ने पूर्वोत्तरी दिल्ली में मुसलमानों के मुहल्लों पर हमला किया और उनके घरों, मस्जिदों और दुकानों को ध्वस्त कर दिया। मुसलमानों के मुहल्लों पर पेट्रोल बम मारे।
भारत सरकार के मुताबिक़, 23 फ़रवरी से शुरु हुयी हिंसा में, 50 लोग मारे गए और 300 से ज़्यादा घायल हुए।(MAQ/N)