अमरीका को ईरान की खुली धमकी, कड़े जवाब के लिए रहे तैयार
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने तेहरान के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र संघ की हथियारों से संबंधित प्रतिबंधों की समाप्ति को परमाणु समझौते का परिणाम क़रार दिया है।
उन्होंने कहा कि अमरीका, संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद और आईएईए के बोर्ड आफ़ गवर्नर्ज को धौंस में लेने का प्रयास कर रहा है।
राष्ट्रपति रूहानी ने मंत्रीमंडल की बैठक को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी में वाशिंग्टन के प्रभाव पर आधारित अमरीका की विध्वंसक कार्यवाहियों की ओर संकेत करते हुए कहा कि दुनिया के समस्त देश इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि अमरीकियों ने अगर परमाणु समझौते के परिणाम को प्रभावित करने की कोशिश की तो ईरान उसका कड़ा जवाब देगा।
राष्ट्रपति रूहानी ने आशा व्यक्त की है कि सुरक्षा परिषद और आईएईए के सदस्य देश इस संबंध में अमरीकी षड्यंत्रों पर भरपूर ध्यान देंगे। राष्ट्रपति रूहानी ने आईएमएफ़ से क़र्ज़ की अपील पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आईएमएफ़ को अमरीकी दबाव के मुक़ाबले में प्रतिरोध का प्रदर्शन करना होगा और उसे चाहिए कि अपनी ज़िम्मेदारियों और वचनों पर अमल करे।
अलग 18 अक्तूबर को परमाणु समझौते के आधार पर ईरान के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र संघ के हथियारों का प्रतिबंध समाप्त हो रहा है जिससे अमरीका बौखलाया हुआ है और वह इन प्रतिबंधों की अवधि बढ़वाने का भरपूर प्रयास कर रहा है। (AK)