अन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्था में एकध्रुवीय और पश्चिमी लोकतंत्र का काल अब समाप्तः ज़रीफ़
विदेशमंत्री ने कहा है कि अन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्था में एकध्रुवीय और पश्चिमी लोकतंत्र का काल अब समाप्त हो गया है।
ईरान के विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने सोमवार को ताजिकिस्तान में हार्ट ऑफ़ एशिया बैठक से इतर इस बैठक के कार्यकारी सचिव कायरात सारीबा से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्था में एकध्रुवीय और पश्चिमी लोकतंत्र की समाप्ति की ओर संकेत करते हुए अन्तर्राष्ट्रीय संबन्धों में एशियन और क्षेत्रीय देशों के महत्व पर बल दिया। विदेशमंत्री ने ईरान की ओर से (CICA) की मज़बूती तथा इसके सदस्य देशों के समर्थन की घोषणा करते हुए परमाणु वार्ता में क़ज़ाक़िस्तान की भूमिका और साथ ही सीरिया शांंति प्रक्रिया में उसकी प्रभावी भूमिका की सराहना की।
सीआईसीए या सीका की बैठक के कार्यकारी सचिव ने इस संगठन की क्षेत्रीय गतिविधियों में इस्लामी गणतंत्र ईरान के सहयोग की सराहना करते हुए इसके आगामी कार्यक्रमों को स्पष्ट किया जिसमें इसके सदस्य देशों की शिखर बैठक का कार्यक्रम भी शामिल है। ईरान के विदेशमंत्री रविवार की रात ताजिकिस्तान की राजधानी दोशंबे पहुंचे थे जहां ताजिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ की दो दिवसीय यात्रा का उद्देश्य, हार्ट ऑफ़ एशिया बैठक में भाग लेना और ईरान व ताजिकिस्तान के अधिकारियों के बीच संबन्धों के बारे में वार्ता में शामिल होना है।
ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान, पाकिस्तान, चीन, रूस, भारत, क़ज़्ज़ाक़िस्तान, क़िरग़िज़िस्तान, तुर्कमनिस्तान, उज़बेकिस्तान, तुर्की, आज़रबाइजान, सऊदी अरब तथा संयुक्त अरब इमारात हार्ट आफ़ एशिया के मूल सदस्य देश हैं। अमरीका, आस्ट्रेलिया, कनाडा, डेनमार्क, मिस्र, फ़्रांस, फ़िनलैंड, जर्मनी, इराक़ इटली, जापान, नार्वे, पौलैण्ड, स्पेन, स्वीज़रलैंड और ब्रिटेन हार्ट ऑफ़ एशिया संगठन के समर्थक देश माने जाते हैं। MM
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