अमरीका के पास जेसीपीओए में लौटने के अलावा कोई रास्ता नहीं हैः रूहानी
राष्ट्रपति रूहानी ने ज़ोर देकर कहा है कि ईरान पर लगाई गई पाबंदियां नाकाम हो चुकी हैं।
डॉक्टर हसन रूहानी ने बुधवार को मंत्रीमंडल की बैठक में कहाः जल्द ही जनता को बताएंगे कि पाबंदियां नाकाम हो चुकी हैं और अगर सभी एकजुट रहे तो जल्द ही पाबंदियां उठा ली जाएंगी। उन्होंने कहाः “सामने वाले पक्ष को यह बात पता है कि उसके पास जेसीपीओए में लौटने और प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। ”राष्ट्रपति रूहानी ने कहाः “आज क़ुद्स में ज़ायोनी शोक मना रहे हैं कि उन्होंने अमरीका के ज़रिए जिस आर्थिक जंग को शुरू किया था वह पूरी तरह हार के क़रीब पहुंच गयी है और क्षेत्र के देशों को ईरान से दूर करने की कोशिश भी नाकामी की हद पर पहुंच गयी है।”
उन्होंने इस बात का ज़िक्र करते हुए कि पाबंदियों के ख़त्म होने की स्थिति पहले से ज़्यादा अनुकूल है, कहा कि जेसीपीओए में ईरानी राष्ट्र के अधिकार पूरी तरह सुनिश्चित होने चाहिए और हम किसी चीज़ को छोड़ेंगे नहीं। ईरानी राष्ट्रपति ने विश्व क़ुद्स दिवस के आयोजन को इमाम ख़ुमैनी की वसीयतों में से एक बतात हुए इसे इस्लामी गणतंत्र ईरान की व्यवस्था का कारनामा बताया। डाॅक्टर रूहानी ने कहा कि फ़िलिस्तीनी राष्ट्र अपनी सरज़मीं पर लौटेगा और क़द्स और मस्जिदुल अक़्सा मुसलमानों के अख़्तियार में आएगा।(MAQ/N)
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