Mar ०२, २०२४ १४:५१ Asia/Kolkata

ब्रिटेन में फ़िलिस्तीनियों का समर्थन करने वाले एक चर्चित नेता जार्ज गाल्वे, इस देश की संसद में पहुंचे हैं।

एक और ब्रिटेन जहां पर अवैध ज़ायोनी शासन का खुला समर्थक है वहीं पर इस देश की संसद में फ़िलिस्तीन के किसी समर्थक का पहुंचना लंदन के लिए कोई शुभ संकेत नहीं है। 

ब्रिटेन के मंझे हुए वामपंथी नेता जार्ज गाॅलवे, मध्यावधि चुनाव जीत गए हैं।  अपने चुनावी प्रचार में ब्रिटेन के इस नेता ने ग़ज़्ज़ा के समर्थन को प्रमुख मुद्दा बनाया था।  वे ब्रिटेन के राचडेल नगर से चुनाव जीते हैं जहां के 20 प्रतिशत मतदाता मुसलमान हैं।  उन्होंने सत्ताधारी दल द्वारा इस्राईल के समर्थन की आलोचना करते हुए ग़ज़्ज़ा के समर्थन में अपना कंपेन चलाया और चुनाव में विजयी हो गए।  चुनाव जीतने के बाद जाॅर्ज गालवी ने ब्रिटेन की लेबर पार्टी के नेता को संबोधित करते हुए कहा कि यह ग़ज़्ज़ा के लिए है।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि केर स्टारमर और ऋषि सुनक दोनों ही एक सिक्के के दो रूप हैं।  गाॅल्वे का कहना था कि चुनाव में मेरी विजय उनके लिए एक अच्छा तमाचा है।  ब्रिटेन ने अलअक़सा तूफान आपरेशन के बाद से ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनियों के अत्याचारों के संदर्भ में ग़ज़्ज़ा विरोधी नीति अपनाई है।  जिस समय ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल ने हमला आरंभ किया था उस समय ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा था कि तेलअवीव को अपनी रक्षा का अधिकार है और हम उसके इस अधिकार का समर्थन करते हैं। 

पश्चिम में जर्मनी के साथ ब्रिटेन, अवैध ज़ायोनी शासन का शुरू से समर्थक रहा है।  लंदन की ओर से इस्राईल को हथियारों की आपूर्ति की जाती है जिनके माध्यम से वह ग़ज़्ज़ा में निर्दोष फ़िलिस्तीनियों का जनसंहार और जातीय सफाया कर रहा है।  इसी बीच ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय ने इस्राईल के लिए हथियारों की सप्लाई पर रोक की मांग को अस्वीकार कर दिया है।  मानवाधिकारों के बहुत से संगठनों के एक गठबंधन ने न्यायालय से ब्रिटेन की ओर से इस्राईल के लिए हथियारों के निर्यात को बंद करने की मांग की थी।  उनका मानना है कि इन्ही हथियारों को ग़ज़्ज़ा में फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध प्रयोग किया जा रहा है। 

विशेष बात यह है कि ब्रिटेन की सरकार द्वारा इस्राईल के समर्थक के बावजूद वहां पर बहुत बड़े पैमाने पर फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं।  लंदन के अतिरिक्त ब्रिटेन के कई नगरों में फ़िलिस्तीनियों के समर्थन और ग़ज़्ज़ा युद्ध को रुकवाने के लिए लगातार प्रदर्शन किये जाते रहे हैं।  वहां पर सामान्यतः हर सप्ताह के अंत में यह प्रदर्शन किये जा रहे हैं।  ब्रिटेन के भीतर फ़िलिस्तीनियों के समर्थन से वहां की सरकार चिंतित दिखाई दे रही है। 

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने इस देश में फ़िलिस्तीनियों के समर्थन और ज़ायोनियों के विरोध में निकाले जाने वाले जूलूसों के बारे में कहा है कि अतिवादियों ने सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ दिया है।  ऋषि सुनक ने जार्ज गालवे की चुनावी जीत पर चिंता जताते हुए कहा है कि इस प्रकार के लोग हमारे समाज से आशा और विश्वास को छीन लेना चाहते हैं।

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