सात अक्तूबर की घटना ने फ़िलिस्तीनी मुद्दे को फिर अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दा बना दियाः हनिया
(last modified Mon, 11 Mar 2024 10:16:24 GMT )
Mar ११, २०२४ १५:४६ Asia/Kolkata
  • सात अक्तूबर की घटना ने फ़िलिस्तीनी मुद्दे को फिर अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दा बना दियाः हनिया

इस्माईल हनिया ने सात अक्तूबर को फ़िलिस्तीन के इतिहास का महत्वपूर्ण मोड़ बताया है।

हमास के नेता ने कहा कि 7 अक्तूर 2023 की तारीख़, फ़िलिस्तीन के इतिहास का एतिहासिक मोड़ इसलिए है क्योंकि वर्चस्ववादी देशों ने फ़िलिस्तीन के मुद्दे को हमेशा के लिए भुलाने के भरसक प्रयास किये किंतु सात अक्तूबर की घटना ने फ़िलिस्तीन के मुद्दे को अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया। 

अपने एक भाषण में इस्माईल हनिया का कहना था कि वर्तमान समय में अवैध ज़ायोनी शासन, शताब्दी का सबसे बड़ा अपराध अंजाम दे रहा है।  हालांकि उसको आज नहीं तो कल, अपनी करतूतों का भुगतान, करना होगा।  हमास के नेता के अनुसार फ़िलिस्तीनियों के कड़े प्रतिरोध के कारण ज़ायोनी कभी भी अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाएंगे।  उन्होंने कहा कि हर प्रकार की समस्याओं का मुक़ाबला करने के बावजूद ग़ज़्ज़ावासी, यहां पर बाक़ी रहेंगे।

फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के नेता ने कहा कि व्यापक स्तर पर जनसंहार करने के बावजूद बिना किसी सहमति के इस्राईल अपना एक बंधक भी नहीं आज़ाद करा पाएगा।  हनिया ने बताया कि वार्ता के दौरान हमने पांच नियम निर्धारित किये हैं इन नियमों को लागू किये बिना कोई भी वार्ता संभव नहीं होगी।  इस्माईल हनिया का कहना है कि अपने बंधकों को स्वतंत्र कराने के बाद इस्राईल एक बार फिर से ग़ज़्ज़ा पर व्यापक हमले करने के चक्कर में है।

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