हरीरी का त्यागपत्र ग़ैर क़ानूनी हैः लेबनानी संसद सभापति
लेबनान के संसद सभापति ने देश के प्रधानमंत्री साद हरीरी के त्यागपत्र को ग़ैर क़ानूनी और अस्वीकार्य बताया है।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार लेबनान के संसद सभापति नबीह ब्रिर्री ने बुधवार को कहा कि लेबनान के संविधान और आम कूटनयिक प्रचलन के आधार पर साद हरीरी का त्यागपत्र ग़ैर क़ानूनी है, इसलिए उनको वापस आना चाहिए ताकि आवश्यक कार्यवाही हो सके।
नबीह ब्रिर्री ने कहा कि लेबनान की सरकार अभी बाक़ी है और साद हरीरी के त्यागपत्र से सरकार में कोई परिवर्तन नहीं होगा।
लेबनान के संसद सभापति ने कहा कि उस समय त्यागपत्र स्वीकार किया जाता है जब वह संविधान और क़ानून के अनुसार हो इसी आधार पर साद हरीरी से त्यागपत्र देने के कारणों को सुनने से पहले तक कोई फ़ैसला नहीं किया जाएगा।
नबीह ब्रिर्री ने कहा कि लेबनान में शांति है और हालिया दिनों में होने वाली घटना के दृष्टिगत जनता को अपनी एकता और एकजुटता की रक्षा करनी चाहिए।
लेबनान के प्रधानमंत्री साद हरीरी ने शनिवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाज़ में बैठकर अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने त्यागपत्र देने के बाद दावा किया कि लेबनान का वर्तमान वातावरण वर्ष 2005 में पूर्व प्रधानमंत्री रफ़ीक़ हरीरी की हत्या के काल से बहुत मिलता जुलता है।
उन्होंने दावा किया कि मैंने यह एहसास किया कि मेरी भी हत्या कर देंगे, इसीलिए मैंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र देने के बाद ईरान पर लेबनान सहित क्षेत्रीय अरब देशों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया और दावा किया कि लेबनान का हिज़्बुल्लाह, क्षेत्र में ईरान की विंग है। (AK)