तेल का खेल ... यूं दबाव डाल रहा है सऊदी अरब पर अमरीका!
अमरीका के 11 सीनेटरों ने सऊदी अधिकारियों से टेलीफोनी वार्ता में मांग की है कि रियाज़ तेल के मामले में अमरीकी इच्छा का पालन करे।
अमरीका के इन 11 सीनेटरों ने इस से पहले मांग की थी कि सऊदी अरब से अमरीकी सैनिकों को वापस बुलाया जाना चाहिए।
अब इन सीनेटरों ने बताया है कि उन्होंने सऊदी अरब के तीन वरिष्ठ अधिकारियों से तेल के उत्पादन में कमी के बारे में टेलीफोनी वार्ता की है।
याद रहे कोरोना के फैलाव और सऊदी अरब व रूस द्वारा तेल उत्पादन में वुद्धि के बाद तेल की क़ीमत में भारी गिरावट आयी जिसका मिसाल गत 18 वर्षों में नहीं मिलती।
इन हालात में ओपेक प्लस संगठन के सदस्य देशों ने गुरवार को एक बैठक में इस बात पर सहमति प्रकट की है कि एक करोड़ बैरल प्रतिदिन पैदावार में कमी जी जाएगी। इस बैठक में सऊदी अरब और रूस भी शामिल थे और बैठक वीडियो क्रांफ्रेंसिंस के रूप में हुई।
कहा जाता है कि अमरीका ने सऊदी अरब और रूस पर दबाव डाल कर यह सहमति करायी है।
अमरीका के सीनेटर " डेन सेलिवन " " क्विन क्राइमर" जैसे कुछ सीनेटरों ने एक मसौदा तैयार किया है जिसमें मांग की गयी कि अगर सऊदी अरब तेल के उत्पादन में कमी पर तैयार नहीं होता तो अमरीका को चाहिए कि वह सऊदी अरब से अपने सैनिक और पेट्रियॅाट एन्टी मिसाइल सिस्टम वापस बुला ले।
खबरों में बताया गया है कि 11 सीनेटरों ने 9 अन्य सीनेटरों के साथ मिल कर सऊदी अरब के अधिकारियों से लगभग तीन घंटों तक बात की। जिन अधिकारियों से बात की उनमें सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस बिन सलमान भी शामिल हैं। Q.A.