यूरोप बदलता जा रहा है कोरोना के केन्द्र में, नई लहर से बढ़ा ख़तरा
(last modified Sat, 13 Nov 2021 14:21:42 GMT )
Nov १३, २०२१ १९:५१ Asia/Kolkata
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इस समय ब्रिटेन, कोरोना संक्रमण की चौथी और फ्रांस पांचवीं लहर का सामना कर रहे हैं। इन दोनों यूरोपीय देशों ने पहले भी संक्रमण की बेहद ख़तरनाक लहर को झेला है।

यूरोपीय देशों ब्रिटेन और फ्रांस को कोरोना की नई लहरों का सामना है।  पहले से कोरोना की लहरों का दंश झेल रहे यह देश अब भी नई लहर की चपेट में हैं।

संचार माध्यमों के अनुसार कोरोना महामारी के कारण पूरे यूरोप में ब्रिटेन में सबसे ज्यादा  लोगों की मौते हुई हैं जो लगभग 1.42 लाख हैं।  कोरोना पर काबू करने के लिए ब्रिटेन ने बहुत तेजी से टीके लगाए जबकि इसके बावजूद ब्रिटेन में 4% और फ्रांस में 2.9% प्रतिशत की संक्रमण दर से कोरोना संक्रमण फैल रहा है।

ब्रिटेन में चौथी लहर जारी है जिसने अक्तूबर से जोर पकड़ना शुरू किया है। अब ब्रिटेन में  रोजाना औसतन 40 हजार मरीज मिल रहे हैं और हर दिन 150 से 200 के बीच मौतें हो रही हैं। दस नवंबर को यहां 39 हजार से अधिक नए मरीज मिले जबकि बीते 21 अक्तूबर को रिकॉर्ड 51484 केस एक दिन में दर्ज हुए।  ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने हाल में बोरिस जॉनसन की सरकार से अपील की कि अगर वे पड़ोसी देशों की तरह समय रहते कड़े प्रतिबंध नहीं लगाते हैं तो सर्दियों में हालात बेहद खतरनाक हो सकते हैं।

दूसरी ओर, फ्रांस में 4 अक्तूबर के आसपास पांचवीं लहर शुरू हुई, जिसके कारण अब हर दिन वहां पर औसतन दस हजार से ज्यादा नए मरीज मिलने लगे हैं जबकि रोजाना 40 के करीब मौतें हो रही हैं। वर्डोमीटर्स के मुताबिक, दस नवंबर को यहां 11883 नए मरीज मिले और 33 मौतें हुईं। फ्रांस में 1076 मरीज आईसीयू में भर्ती हैं जबकि अस्पताल में 6702 मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

ब्रिटेन के अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 9000 है और 1022 मरीज आईसीयू में भर्ती हैं। टीका लगवा चुके मरीजों को कोरोना संक्रमण उतना ज्यादा प्रभावित नहीं कर रहा, जितना टीका न लगवाने वाले मरीजों को कर रहा है।

फ्रांसीसी स्वास्थ्य मंत्री ओलीवियर वेरेन ने कहा है कि देश में पांचवीं लहर की शुरूआत के साफ संकेत मिले हैं जो चिंताजनक है। सरकार ने आने वाले ठंड को देखते हुए अनुमान लगाया है कि स्थिति और खराब हो सकती है। इसे देखते हुए सरकार ने रेस्टोरेंट आदि जगह में प्रवेश के लिए 65 साल से ऊपर की बुजुर्ग आबादी के लिए बूस्टर डोज का सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य कर दिया है।

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