जर्मन फ़ुटबॉल टीम कोरोना को लेकर चर्चा में है, वीडियो रिपोर्ट
आजकल फ़ीफ़ा विश्व कप क्वालीफाइंग मुक़ाबलों में बेहतरीन कारकर्दगी के लिए जहां जर्मन टीम चर्चा में है... वहीं कोरोना की वजह से भी यह ख़बरों में है...
निकोलासोज़े का कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव आया है और उन्हें और उनके चार साथियों को, जो उनके संपर्क में थे, कोरंटीन कर दिया गया है।
यह ऐसी घटना है कि जिसके बारे में पहले से कुछ नहीं कहा जा सकता है, मुझे उम्मीद है कि फिर से पांच खिलाड़ियों को कोरोना की वजह से कोरंटीन करने के लिए मजबूर नहीं होना पड़े।
जर्मनी में खिलाड़ियों के लिए कोरोना का टेस्ट अनुवार्य है, लेकिन वैक्सीन लेना ज़रूरी नहीं है, जैसा कि बयरन के राष्ट्रीय खिलाड़ी कीमिश का कहना है कि वह वैक्सीन की डोज़ नहीं लेंगे।
इस बीच राज्यों ने विभिन्न नियम बनाए हैं, कुछ स्टेडियमों में कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना काफ़ी है, लेकिन कुछ अन्य में कोरोना टेस्ट रिपोर्ट या वैक्सीन कार्ड का होना ज़रूरी है।
ऐसे स्टेडियम में भी हैं, जहां स्टैंड में दर्शकों के लिए अलग-अलग क़ानून हैं। ... कई क्लब ज़्यादा से ज़्यादा दर्शकों को आकर्षित करने का प्रयास करने के लिए मजबूर हैं, लेकिन मेरा मानना है कि सभी स्टेडियमों में आसानी से ऐसा नहीं हो सकता कि वहां कोरोना से पहले की तरह बड़ी संख्या में दर्शकों को प्रवेश दिया जाए। आजकल जर्मनी समेत यूरोप में एक बार फिर कोरोना के मामलों में उछाल आया है, और पिछले दो साल में सबसे ज़्यादा प्रदूषण फैल रहा है। इसी वजह से जर्मनी के स्टेडियमों में दर्शकों की संख्या सीमित की जा सकती है।
अमीर शुजाई, आईआरआईबी बर्लिन