बांग्लादेश भी उन देशों की सूची में शामिल हो गया, जो आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं
बांग्लादेश की न्यूज़ वेबसाइट डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक़, ढाका ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ़ से 4.5 अरब डॉलर के क़र्ज़ की मांग की है, ताकि ख़ाली होते विदेशी मुद्रा भंडार को स्थिर रखा जा सके।
बांग्लादेश की आबादी 16 करोड़ है और यह दुनिया की 41वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। बांग्लादेश ने डीज़ल से चलने वाले पावर प्लांट को बंद कर दिया है, ताकि तेल के आयात बिल को कम किया जा सके।
आईएमएफ़ के पास जाने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि बांग्लादेश भी उन देशों की सूची में शामिल हो गया है, जो आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
इस बीच, मंगलवार को बांग्लादेश में आठ विकासशील देशों के कारोबारियों और अधिकारियों की बैठक हुई है।
मिस्र, ईरान, मलेशिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, तुर्की और बांग्लादेश के प्रतिनिधियों ने डी-8 के बैनर तले मंगलवार को वैकल्पिक वित्तीय कारोबार को लेकर बात की। इसमें एक-दूसरे की मुद्रा में लेन-देन पर भी विचार किया गया, ताकि विदेशी मुद्रा भंडार के दबाव से मुक्त हुआ जा सके।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने कहा कि डी-8 देशों की अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन डॉलर की है। उन्होंने कहा कि डी-8 देश मुक्त व्यापार समझौता और आपसी कारोबार बढ़ाने के लेकर काम कर रहे हैं। msm