क्या बांग्लादेश में हिन्दुओं को दूसरे दर्जे का नागरिक समझा जाता है?
(last modified Wed, 19 Oct 2022 11:49:12 GMT )
Oct १९, २०२२ १७:१९ Asia/Kolkata
  • क्या बांग्लादेश में हिन्दुओं को दूसरे दर्जे का नागरिक समझा जाता है?

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शैख़ हसीना ने देश के अल्पसंख्यक हिंदु समुदाय को सलाह दी है कि वह वे खुद को अल्पसंख्यक न समझें।

उन्होंने यह बात ढाका की ढाकेश्वरी मंदिर में आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में सभी लोग अपने धर्म से इतर समान अधिकार रखते हैं। उन्होंने अल्पसंख्य हिंदु समुदाय से कहा कि आप लोगों के पास भी उतने ही अधिकार हैं, जितने मेरे पास हैं।

उन्होंने कहा कि आप लोग खुद को कम न समझें, उन्होंने कहा कि यदि देश के सभी लोग इसी आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे तो फिर किसी भी धर्म के ख़राब लोग सद्भाव को खराब नहीं कर सकेंगे, हमें यह भरोसा रखना होगा और एकता के साथ आगे बढ़ना होगा।

उन्होंने हिंदु समुदाय के एक विशेष वर्ग की आलोचना करते हुए कहा कि कुछ लोग हैं, जो यह दिखाना चाहते हैं कि बांग्लादेश में हिंदुओं की हालत बहुत ख़राब है।

शैख़ हसीना ने कहा कि मैं एक बात बहुत दुख के साथ कहना चाहती हूं कि देश में जब भी कोई घटना होती है तो कुछ लोग देश और विदेश में यह फैलाने की कोशिश करते हैं कि बांग्लादेश में हिंदुओं की हालत खराब है और उनके पास कोई अधिकार नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि देश में कोई भी घटना होती है तो सरकार उस पर तत्काल ऐक्शन लेती है। शैख़ हसीना ने कहा कि सरकार ऐक्शन लेती है, लेकिन इसके बाद भी यह प्रचारित किया जाता है कि यहां हिंदुओं के पास कोई अधिकार नहीं हैं। लेकिन सरकार की ओऱ से जो ऐक्शन लिया जाता है, उस पर कोई बात नहीं होती।

उन्होंने दावा किया कि ढाका में दुर्गा पूजा के पंडाल पश्चिम बंगाल या कोलकाता से भी ज्यादा हैं, यहां दुर्गा पूजा बड़े पैमाने पर मनाई जाती है। (AK)

 

 

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