स्वीडन पर प्रतिबंध लगाया जाए, कुवैती सांसदों की मांग
स्वीडन में पवित्र क़ुरआन के अनादर को लेकर कुवैत के सांसदों ने इस देश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
डेनमार्क के धुर दक्षिणपंथी नेता स्ट्रैम कुर्स रासमस पलुदान ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में स्टाकहोम में तुर्की के दूतावास के निकट पवित्र क़ुरआन की एक प्रति को आग के हवाले कर दिया। इस अतिवादी नेता की कार्यवाही पर मुसलमानों की ओर से कड़ी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
स्वीडन सरकार द्वारा इस काम को न रोकने के लिए उसकी कड़ी आलोचना की जा रही है। अलख़लीज आनलाइन वेबसाइट के अनुसार कुवैत के सांसदों ने मंगलवार को एक बयान जारी करके स्वीडन में पवित्र क़ुरआन के अनाद की निंदा की।
बयान में कहा गया है कि इस प्रकार का काम सरकारी समर्थन में थोड़े-थोड़े अंतराल से किया जा रहा है जो अन्तर्राष्ट्रीय नियमों के विरुद्ध है। कुवैती सांसदों के बयान के अनुसार इस काम ने दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को आहत किया है।
विश्व के बहुत से देशों और संगठनों ने डेनमार्क में पवित्र क़ुरआन के अनादर की कड़े शब्दों में निंदा की है जिनमें इस्लामी गणतंत्र ईरान, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, तुर्की, मिस्र, कवुैत, संयुक्त अरब इमारात, क़तर, सऊदी अरब, जार्डन, मोरक्को और बांग्लादेश के अतिरिक्त इस्लामी सहयोग संगठन ओआईसी, हिज़बुल्लाह, अंसारुल्ला हमास आदि शामिल है। इन्होंने आरोपियों को कड़ी सज़ा देने की मांग की है।
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए