भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने और मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा की वकालत करने वाले बाबा को ब्रिटिश पुलिस का अवार्ड, व्यापक आलोचना
(last modified Thu, 03 Aug 2023 04:36:26 GMT )
Aug ०३, २०२३ १०:०६ Asia/Kolkata
  • भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने और मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा की वकालत करने वाले बाबा को ब्रिटिश पुलिस का अवार्ड, व्यापक आलोचना

खुलेआम भारत को एक हिंदू राष्ट्र में बदलने की बात करने वाले एक विवादास्पद हिंदुत्ववादी बाबा को ब्रिटेन की लीसेस्टरशायर पुलिस द्वारा पुरस्कृत किए जाने का विरोध बढ़ता जा रहा है।

लीसेस्टरशायर पुलिस बल ने विवादों में घिरे रहने वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ़ बागेश्वर धाम बाबा को 22 जुलाई को एक हिंदू सामुदायिक केंद्र में एक धार्मिक कार्यक्रम में पुरस्कार प्रदान किया था।

स्वयंभू आध्यात्मिक उपचारक शास्त्री ने कार्यक्रम के दौरान भी भारत को एक हिंदू राष्ट्र या सिर्फ़ हिंदू धर्म को मान्यता देने वाले देश के रूप में संदर्भित किया।

बाबा ने ब्रिटेन में बसने वाले अपने भक्तों की भीड़ को संबोधित करते हुए नारा लगाया, हिंदू राष्ट्र भारत की जय। उन्होंने कहाः आप सभी को जागरुक रहने की ज़रूरत है। हमें पूरे विश्व में हिंदू धर्म को फैलाना है।

उसके बाद, शास्त्री ने सोशल मीडिया पर एक फ़ोटो पोस्ट किया, जिसमें उन्हें अपने हाथ में लीसेस्टरशायर पुलिस का एक फ्रेम किया हुआ एनपीए कमांडर्स अवार्ड पकड़े हुए देखा जा सकता है।

शास्त्री को पुरस्कार देने के फ़ैसले की ब्रिटेन के कई नेताओं और मुस्लिम समुदाय ने कड़ी आलोचना की है। क्योंकि यह एक ऐसे शख़्स को दिया गया है, जो भारत में अल्पसंख्यकों ख़ासकर मुसलमानों और ईसाईयों के ख़िलाफ़ होने वाली हिंसा का समर्थन करता है।

भारत में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार के कार्यकाल में मुसलमानों और ईसाईयों के ख़िलाफ़ नफ़रत और हिंसा की घटनाएं अभूतपूर्व रूप से बढ़ी हैं। मणिपुर में ईसाईयों के ख़िलाफ़ हालिया हिंसा और हरियाणा समेत देश भर में मुसलमानों पर होने वाले हमले इसका स्पष्ट सुबूत हैं।

शास्त्री मोदी सरकार के बड़े समर्थक समझे जाते हैं, हालांकि उन्हें हिंदुओं का एक बड़ा तबक़ा ढोंगी बाबा के नाम से जानता है और वह उन्हें एक आध्यात्मिक धर्मगुरु के रूप में मान्यता नहीं देता है।

हिंदू महिलाओं का अपमान करने वाले शास्त्री के बयान की भी हिंदू समुदाय में व्यापक आलोचना हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा थाः जिस स्त्री की शादी हो गई है। उसकी दो पहचान होती है। पहला- मांग का सिंदूर। दूसरा-गले का मंगलसूत्र। जिस स्त्री की मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र न हो, तो समझिए प्लॉट ख़ाली है।

उन्होंने आगे कहा कि जिसकी मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र है, तो हम लोग दूर से देखकर समझ जाते हैं कि रजिस्ट्री हो गई है। msm

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