May २३, २०२४ १५:५५ Asia/Kolkata
  • क्या अमेरिकी अरबपति फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ मनोवैज्ञानिक युद्ध चला रहे हैं? / ख़ुलासा करने वाली एक रिपोर्ट
    क्या अमेरिकी अरबपति फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ मनोवैज्ञानिक युद्ध चला रहे हैं? / ख़ुलासा करने वाली एक रिपोर्ट

पार्सटुडे - एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका व्यापारिक नेताओं और अरबपतियों ने ग़ज़ा में इस्राईल के युद्ध के बारे में जनता की राय बनाने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप शुरू किया और न्यूयॉर्क के मेयर से कोलंबिया विश्वविद्यालय में फ़िलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन को तितर-बितर करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने के लिए कहा।

वाशिंगटन पोस्ट की एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि अमेरिकी अरबपतियों ने ग़ज़ा में इस्राईल के युद्ध की कहानी को बदलने के उद्देश्य से एक व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने का फ़ैसला किया।

यह ग्रुप 12 अक्टूबर को इस्राईल के बारे में "जनता की राय बदलने" के मक़सद से किया गया था जिसमें स्टारबक्स के सीईओ हॉवर्ड शुल्ट्ज़ (Howard Schultz), डेल के संस्थापक माइकल डेल (Michael Dell) और डोनल्ड ट्रम्प के भाई जोशुआ कुशनर (Joshua Kushner) सहित कुछ अरबपति शामिल हुए।

इस रिपोर्ट में सबसे परेशान करने वाली चीजों में से एक कोलंबिया विश्वविद्यालय में फ़िलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शनों को कुचलने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने के लिए न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स (Eric Adams) को उकसाने के लिए ग्रुप मेंबर्स की कोशिश है।

यह कार्रवाई छात्रों के नज़रियों और विरोध प्रदर्शनों को कुचलने तथा सेंसर की कोशिश को ज़ाहिर करती है जो एक लोकतांत्रिक समाज का मूल सिद्धांत है।

इसके अतिरिक्त, रिपोर्ट के अनुसार, ग्रुप के मेंबर्स ने विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की मदद के लिए निजी जांचकर्ताओं को नियुक्त करने का सुझाव दिया जो विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए अमीरों के संसाधनों का इस्तेमाल करने के प्रयास का इशारा है।

व्हाट्सएप ग्रुप में 100 से अधिक मेंबर्स थे और ग्रुप का नाम "इस्राईल में वर्तमान घटनाएं"था।

वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, ग्रुप की शुरुआत रियल एस्टेट टाइकून बैरी स्टर्नलिच (Barry Sternlicht) ने की थी जो सीधे रूप से चैट के मेंबर नहीं थे लेकिन एक कर्मचारी के माध्यम से वह ग्रुप में शामिल थे।

इस कर्मचारी ने अक्टूबर में कहा था कि ग्रुप का मिशन, इस्राईल को अमेरिकी जनता की राय में "युद्ध जीतने" में मदद करना है जबकि इस्राईल स्वयं "भौतिक युद्ध जीतने" की कोशिश कर रहा है।

ग़ज़ा के ख़िलाफ़ इस्राईल के युद्ध में 35 हज़ार से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं जबकि सभी का कहन है कि क्षेत्र के लोग नाकाबंदी का शिकार हैं।

वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, इस व्हाट्सएप ग्रुप के एक दर्जन से अधिक सदस्य फ़ोर्ब्स की अरबपतियों की वार्षिक सूची में शामिल हैं।

इससे पहले युद्ध में, ग्रुप के सदस्यों ने पूर्व इस्राईली प्रधान मंत्री और वर्तमान विपक्षी नेता नेफ्ताली बेनेत, युद्ध कैबिनेट के सदस्य बेनी गैंट्ज़ और अमेरिका में इस्राईल के राजदूत माइकल हर्ज़ोग के साथ प्राइवेट बैठकों में भाग लिया।

ग्रुप के सदस्यों ने इस्राईली सेना द्वारा निर्मित एक फ़िल्म को रिलीज़ करने के लिए ज़ायोनी शासन के साथ भी सहयोग किया है जिसमें हमास द्वारा 7 अक्टूबर के हमले के दृश्य दिखाए गये जिसके बारे में दावा किया था था कि लगभग 1200 इस्राईली मारे गए थे।

नवम्बर में, स्टर्नलिच ने कथित तौर पर मीडिया और व्यापारिक दिग्गजों की मदद से हमास के खिलाफ 50 मिलियन डॉलर का मीडिया अभियान शुरू किया।

छात्रों के विरोध प्रदर्शन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर इस प्रकार की कार्रवाइयों के प्रभावों की सावधानीपूर्वक जांच करना आवश्यक है। इसके साथ ही यह चीज़ इस बात की ओर इशारा भी करती है कि वित्तीय शक्ति और धन, राजनीतिक और सामाजिक निर्णयों को कैसे प्रभावित कर सकते हैं और ये प्रभाव स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय को कैसे नुकसान पहुंचा सकते हैं।

अंत में, ये घटनाएं राजनीतिक और सामाजिक मामलों में हस्तक्षेप के लिए वित्तीय ताक़त की प्रणाली को चुनौती देती हैं और यह ज़ाहिर करती है कि शक्ति और धन के दुरुपयोग को रोकने के लिए सीमित्ताएं आवश्यक हैं।

स्रोत:

US billionaires joined Whatsapp group to 'change Israel narrative'. 2024. . Middle East Eye.Business titans privately urged NYC mayor to use police on Columbia protesters, chats show. 2024. The Washington Post.

कीवर्ड्स: अमेरिकी-इस्राईल संबंध, अमेरिका में इस्राईल का प्रभाव, ग़ज़ा-इस्राईल युद्ध, इस्राईल का झूठ

 

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