ओएएस साम्राज्यवादी वर्चस्व का हथकंडा है, कैस्ट्रो
क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कैस्टो ने अमरीकी देशों के संगठन ओएएस को साम्राज्यवादी वर्चस्व का हथकंडा बताते हुए कहा कि इस संगठन में क्यूबा कभी नहीं लौटेगा।
ओएएस महासचिव द्वारा वेनेज़ोएला के ख़िलाफ़ संभावित पाबंदियां लगाने की अपील और इस संगठन से वेनेज़ोएला के निकलने के बाद, शनिवार को राउल कैस्टो ने हवाना में कैरिबियाई देशों के शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
ओएएस प्रमुख जनरल लुइस अलमाग्रो ने वेनेज़ोएला पर मतदान के लिए इस गुट के 34 सदस्यीय देशों की आपात बैठक की अपील की। ओएएस प्रमुख ने यह अपील ऐसी स्थिति में की है कि वेनेज़ोएला में विपक्ष, राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहा है। निकोलस मादुरो ने अलमाग्रो पर उनकी सरकार को गिराने के लिए वेनेज़ोएला के विपक्ष और अमरीका से हाथ मिलाने का आरोप लगाया है।
क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कैस्टो ने मादूरो को बिना शर्त मज़बूत समर्थन का आश्वासन देते हुए कहा कि हम “वेनेज़ोएला के लोग जो हमारे भाई हैं और राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की वैध सरकार के साथ पूरी तरह खड़े हैं।”
ज्ञात रहे 1962 में अमरीकी दबाव में क्यूबा ओएएस से निकल गया था। कैस्टो ने ओएएस को साम्राज्यवादी वर्चस्व का ऐसा हथकंडा बताया जो कभी नहीं बदलेगा और इस कारण क्यूबा भी इस सगंठन में कभी नहीं लौटेगा।
25 कैरिबयाई देशों के संगठन असोसिएशन ऑफ़ कैरिबियन स्टेट की यह बैठक इस क्षेत्रीय गुट के बीच संबंध बढ़ाने के लिए आयोजित हुयी जिसकी अध्यक्षता क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कैस्ट्रो ने की।
मादुरो के अलावा लैटिन अमरीका में दूसरे वामपंथी नेता भी विपक्ष के साथ संघर्ष कर रहे हैं जिसमें ब्राज़ील की राष्ट्रपति डिल्मा रूसेफ़ भी हैं जिन्हें भ्रष्टाचार की जांच के बीच राष्ट्रपति के पद से निलंबित कर दिया गया है।
राउल कैस्ट्रो ने कहा कि रूसेफ़, नियो उदारवादी दक्षिण पंथी और कुलीनतंत्र द्वारा समर्थित संसदीय विद्रोह का सामना कर रही हैं। कैस्ट्रो ने इस धड़े को शांति, स्थिरता व ज़रूरी क्षेत्रीय एकता के लिए ख़तरा बताया है। (MAQ/N)