वाइट हाउस के सामने इस्राईल के ख़िलाफ़ प्रदर्शन
अमरीका में वाइट हाउस के सामने बड़ी संख्या में परंपरागत यहूदियों और फ़िलिस्तीन के समर्थक कार्यकर्ताओं ने इस्राईल के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया।
रविवार को हुए इस प्रदर्शन में लोगों ने इस्राईल के वजूद को ख़त्म करने और फ़िलिस्तीनियों को उनके अतिग्रहित इलाक़े लौटाने की मांग की।
अमरीका की राजधानी वॉशिंग्टन डी सी में इसी प्रकार का एक और प्रदर्शन उस इमारत के बाहर हुआ जहां इस्राईल समर्थक गुट एआईपीएसी की सालाना कान्फ़्रेंस हो रही थी। इस कान्फ़्रेंस में मौजूद लोगों को प्रदर्शन के कारण उसी इमारत में ठहरना पड़ा।
प्रदर्शन में भाग लेने वाले, अमरीका की ओर से इस्राईल को दी जा रही वित्तीय व सैन्य मदद से नाराज़ हैं। इसी प्रकार उन्होंने फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ इस्राईल का अतिक्रमण रुकने की भी मांग की।
ज़ायोनी प्रधान मंत्री नेतनयाहू द्वारा एक फ़िलिस्तीनी स्टेट के गठन का विरोध किए जाने से यूरोपीय संघ और अमरीका से इस्राईल के संबंध तनावग्रस्त होते जा रहे हैं। साथ ही अमरीकी कांग्रेस में दोनों दलों रिपब्लिकन्ज़ और डेमोक्रेट्स की ओर से इस्राईल को समर्थन भी हासिल है।
हर साल अमरीका इस्राईल की लगभग 3 अरब डॉलर की सैन्य एंव दूसरी प्रकार की मदद करता है।
नेतनयाहू का कहना है कि इस्राईल को ईरान और गुट पांच धन एक के बीच हुए परमाणु समझौते के कारण कथित ख़तरे से निपटने के लिए और पैसों की ज़रूरत है। इस्राईल, ईरान और गुट पांच धन एक के बीच परमाणु समझौते का बहुत विरोध कर रहा था।
दूसरी ओर यहूदी धार्मिक नेता और धर्मगुरु एआईपीएसी की कान्फ़्रेंस में डॉनल्ड ट्रम्प के भाषण का बहिष्कार करने की योजना बना रहे थे। इन यहूदी धर्मगुरुओं का कहना है कि रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रम्प कट्टरता को बढ़ावा दे रहे हैं। सोमवार की रात डॉनल्ड ट्रम्प का एआईपीएसी की कान्फ़्रेंस को संबोधित करने का कार्यक्रम है। (MAQ/N)