1 लाख रोहिंग्या मुसलमानों को बांग्लादेश सरकार निर्जन द्वीप स्थानांतरित करने की कोशिश में
बांग्लादेश सरकार ने 1 लाख रोहिंग्या मुसलमानों को जल्द ही निर्जन द्वीप बाशान चार स्थानांतरित करने की सूचना दी है।
बांग्लेदश की सरकार ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व कार्यक्रमानसुसार वह पहले चरण में 1 लाख रोहिंग्या मुसलमानों को म्यामांर के साथ सीमा पर स्थित बंगाल की खाड़ी में निर्जन द्वीप बाशान चार स्थानांतरित करेगी। हालांकि ढाका सरकार ने अभी तक अपने इस कार्यक्रम पर अमल नहीं किया है लेकिन ऐसा लगता है कि इस कार्यक्रम के एलान करने के पीछे ढाका सरकार का मुख्य लक्ष्य रोहिंग्या मुसलमानों की दयनीय स्थिति पर अंतर्राष्ट्रीय हल्क़ों का ध्यान खींचना है।
जाड़े का मौसम शुरु होते ही बांग्लादेश में रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति बहुत ही दयनीय हो जाएगी जो पहले ही कैंपों में जीवन बिताने पर मजबूर हैं। बांग्लादेश सरकार की नज़र में विश्व समुदाय में ख़ास तौर पर इस्लामी देशों को चाहिए कि रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति को दो दृष्टि से हल करे। एक अपनी मदद ढाका सरकार को दे ताकि वह शरणार्थी कैंपों की स्थिति को बेहतर करे।
ढाका सरकार की विश्व समुदाय से दूसरी इच्छा यह है कि वह म्यांमार सरकार पर राजनैतिक और आर्थिक दबाव डाले ताकि म्यांमार के मुसलमानों का संकट हल हो और वे अपने वतन वापस जा सकें। हालांकि बांग्लादेश और म्यांमार सरकार के बीच रोहिंग्या मुसलमानों की वापसी के संबंध में कई सहमतियों पर दस्तख़त हुये हैं लेकिन म्यांमार सरकार उसे लागू करने के लिए ज़रूरी पृष्ठिभूमि मुहैया नहीं करा रही है। उधर रोहिंग्या मुसलमानों का कहना है कि जब तक उनकी मुश्किल बुनियादी तौर पर हल नहीं होती वे म्यांमार वापस नहीं जाएंगे, क्योंकि इस बात की कोई गैरंटी नहीं है कि उनके ख़िलाफ़ चरमपंथी बौद्धधर्मी फिर से हिंसक व्यवहार नहीं अपनाएंगे।(MAQ/T)