वाशिंग्टन पोस्टः अगर ट्रम्प बिन सलमान का समर्थन नहीं रोकते तो हस्तक्षेप करे कांग्रेस
अमरीकी अख़बार वाशिंग्टन पोस्ट ने अपने स्तभकार सऊदी जर्नलिस्ट जमाल ख़ाशुक़जी के मामले में ट्रम्प प्रशासन के रवैए की निंदा करते हुए कहा है कि यदि ट्रम्प सऊदी क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान का समर्थन बंद नहीं करते तो कांग्रेस को चाहिए कि हस्तक्षेप करे और अगर अपराध साबित होता है तो मुहम्मद बिन सलमान सहित ख़ाशुक़जी की हत्या के ज़िम्मेदारों पर प्रतिबंध लगाए।
समाचार पत्र ने लिखा कि कांग्रेस को चाहिए कि सीआईए की निदेशिका जीना हैस्पेल तथा अन्य वरिष्ठ अमरीकी अधिकारियों को बुलाए और ख़ाशुक़जी हत्या कांड के बारे में उन्हें जो कुछ मालूम है उनसे पूछे।
अख़बार ने कहा है कि ख़ाशुक़जी की हत्या को चार सप्ताह पूरे हो जाने के बाद भी बहुत सी जानकारियां हैं जो अब तक सामने नहीं आ सकी हैं जबकि सऊदी सरकार और अमरीकी प्रशासन में उसके घटक सवालों के जवाब देने के बजाए मौन धारण कर लेते हैं।
अख़बार ने लिखा कि तुर्क प्रशासन के पास घटना की ओडियो रिकार्डिंग है जिसे उसने अमरीकी इंटैलीजेन्स को भी दिया है।
अख़बार ने कहा कि तुर्क राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने अपने एक भाषण में इस घटना के बारे में सऊदी सरकार के समक्ष कई प्रश्न रखे जैसे कि ख़ाशुक़जी की हत्या का आदेश किसने दिया और उनका शव कहा हैं?
अख़बार के अनुसार सऊदी सरकार को इन सवालों का जवाब मालूम है बल्कि यह भी संभव है कि ट्रम्प को भी इसकी जानकारी हो और सऊदी मामलों के जानकार कहते हैं कि इस प्रकार के बड़े अपराध का आदेश क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के अलावा कोई नहीं दे सकता।