काबुल में तीन दिन में 3 आतंकवादी हमले, तालेबान की कोरोना से प्रभावित सदस्यों को रिहा न करने पर अमरीका को धमकी, तालेबान पर संघर्ष विराम के संबंध में इल्ज़ाम
अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में आत्मघाती हमले में कम से कम 3 लोग मारे गए और 15 अन्य घायल हुए।
अफ़ग़ान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक़ अरियन ने बताया कि बुधवार सुबह काबुल के ‘चार आसियाब’ ज़िले के ‘रशख़ोर’ इलाक़े में एक आत्मघाती बम्बार ने ख़ुद को लोगों के बीच धमाके से उड़ा दिया। रिपोर्ट मिलने तक किसी गुट ने इस धमाके की ज़िम्मेदारी नहीं ली। चार आसियाब दक्षिणी काबुल से लगभग 11 किलोमीटर दूर है।
उधर काबुल से हमारे संवाददाता ने बताया कि बुधवार दोपहर को काबुल के सोलहवें ज़ोन के मकरूरियान अव्वल इलाक़े में मैग्नेटिक बम का धमाका हुआ जिसमें 3 लोग घायल हुए।
यह पिछले 3 दिन काबुल में तीसरा आतंकवादी हमला है।
सोमवार को काबुल के नवें ज़ोन में अफ़ग़ान गृह मंत्रालय के कर्मचारियों को ले जाने वाली कार के रास्ते में धमाका हुआ था, जिसमें कई लोग घायल हुए थे।
उधर तालेबान ने काबुल सरकार और अमरीका को सैन्य हमले की धमकी दी है।
तस्नीम न्यूज़ के मुताबिक़, तालेबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्ला मुजाहिद ने बुधवार को अफ़ग़ानिस्तान की जेलों में इस गुट के क़ैदियों की स्थिति की ओर से चेतावनी दी। तालेबान के प्रवक्ता ने कहा कि क़तर सहमति को लागू करने की ज़िम्मेदारी अमरीका पर है और अगर अफ़ग़ान सरकार की जेलों में कोरोना वायरस से तालेबान के सदस्यों की मौत हुयी तो यह गुट बहुत सख़्त बदला लेगा।
तालेबान के प्रवक्ता ने अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से मांग की कि तालेबान के क़ैदियों की रिहाई के विषय पर राजनीति न करें और इंसानों की ज़िन्दगी बचाने के लिए अपनी ज़िम्मेदारियों को अच्छी तरह निभाएं।
अफ़ग़ान सरकार ने तालेबान के साथ हुयी बातचीत के मुताबिक़, अब तक तालेबान के लगभग 550 सदस्यों को रिहा किया और तालेबान ने भी अफ़ग़ान सरकार के लगभग 60 क़ैदियों को रिहा किया।
काबुल सरकार का कहना है कि उसने अफ़ग़ानिस्तान में जंग ख़त्म करने और संघर्ष विराम के लिए तालेबान के क़ैदियों को रिहा किया, लेकिन इस गुट ने संघर्ष विराम के निवेदन को रद्द कर दिया है।(MAQ/N)