लंदन पहुंचा "ब्लैक लाइव मैटर" का भूत, "नस्लवाद, कोविड-19 से ख़तरनाक वायरस" के लगे नारे
अमरीका में नस्लभेद के विरुद्ध होने वाले प्रदर्शन सीमाओं को पार कर गये हैं और यह प्रदर्शन आस्ट्रेलिया सहित यूरोप के कई शहरों में होने लगे हैं।
स्कॉटलैंड यार्ड की प्रमुख क्रेसिडा डिक ने अश्वेत अमरीकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में "ब्लैक लाइव मैटर" प्रदर्शन के दौरान मध्य लंदन में हुई हिंसा में 14 मेट्रोपोलिटिन पुलिस अधिकारियों के घायल होने के बाद रविवार को प्रदर्शनकारियों से संयम की अपील की। ब्रिटेन में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए हज़ारों की संख्या में लोग “जॉर्ज फ्लॉयड के लिये न्याय” के प्रदर्शन में शामिल हुए। इन लोगों ने हाथों में ऐसे प्लेकार्ड उठाए हुए थे जिन पर लिखा था "नस्लवाद, कोविड-19 से भी एक बड़ा विषाणु है"
लंदन में डाउनिंग स्ट्रीट के सामने हो रहा प्रदर्शन बाद में हिंसक हो गया और प्रदर्शनकारियों ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों पर वस्तुएं फेंकनी शुरू कर दीं। इस दौरान एक घुड़सवार महिला अधिकारी समेत 14 मेट्रोपोलिटिन पुलिस अधिकारियों को चोट आई।
महिला अधिकारी अपने घोड़े से गिर गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मेट्रोपोलिटिन पुलिस आयुक्त डिक ने एक बयान में कहा कि मैं इस बात से बेहद दुखी और निराश हूं कि कुछ प्रदर्शनकारी शनिवार की शाम मध्य लंदन में अधिकारियों के प्रति हिंसक हो गए। इस घटना में 14 अधिकारी जख्मी हो गए जबकि इसी सप्ताह इससे पहले हुए प्रदर्शन के दौरान भी 13 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
उन्होंने कहा कि हमलों की संख्या चौंकाने वाली और पूरी तरह से अस्वीकार्य है। मुझे पता है कि जो लोग चाहते हैं कि उनकी आवाज सुनी जाए वह भी इन दृश्यों से उतने ही व्यथित होंगे जितनी की मैं, उनका कहना था कि मैं प्रदर्शनकारियों से अनुरोध करती हूं कि अपनी आवाज़ सुनाने के लिए कोई दूसरा तरीका अपनाएं, जिसमें आपको लंदन की सड़कों पर उतरने की ज़रूरत न पड़े, अपना, अपने परिवार का और अधिकारियों का जीवन जोखिम में न डालना पड़े क्योंकि हम लगातार इस खतरनाक वायरस का सामना कर रहे हैं।
ज्ञात रहे कि जॉर्ज फ्लॉयड की 25 मई को एक श्वेत पुलिस अधिकारी डेरेक चौविन ने ज़मीन पर गिराकर उसके गदर्न पर घुटने से इतनी ज़ोर से दबावा किया उसकी मौत हो गयी। 46 वर्षीय फ्लॉयड सांस लेने के लिए छटपटाता रहा। (AK)